मनोविज्ञान विभाग एवं गाइडेंस एंड काउंसलिंग विभाग द्वारा एक दिवसीय मनोवैज्ञानिक आंकलन कैंप का आयोजन
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद में मनोवैज्ञानिक आंकलन कैंप का आयोजन
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद के मनोविज्ञान विभाग एवं गाइडेंस एंड काउंसलिंग विभाग द्वारा एक दिवसीय मनोवैज्ञानिक आंकलन कैंप का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय कुलपति डॉ० रणपाल सिंह व कुलसचिव प्रो॰ लवलीन मोहन, चेयरपर्सन डॉ॰ सुनील फौगाट, डॉ॰ अल्का सेठ ने शिरकत की।
कुलपति, डॉ॰ रणपाल सिंह ने बताया कि मनोविज्ञान ने शिक्षा के क्षेत्र में आधारभूत परिवर्तनों को जन्म दिया है। मनोविज्ञान से सम्बन्धित खोजों ने सम्पूर्ण शैक्षिक प्रक्रिया का दृष्टिकोण ही बदल दिया है। आधुनिक शिक्षा का केन्द्र-बिन्दु शिक्षक से हटकर ‘विद्यार्थी’ पर केंद्रित हो गया है अर्थात् शिक्षा ‘बाल केन्द्रित’ हो गयी है। विद्यार्थी को दण्ड का भय दिखाकर सीखने के लिए बाध्य नहीं किया जाता; अपितु उसकी भावनाओं को समझकर उसमें अपेक्षित व्यवहार परिवर्तन लाये जाते हैं।
विश्वविद्यालय कुलसचिव ने बताया कि मनोविज्ञान का अध्ययन मनुष्य के निजी व्यक्तित्व को समझने में सहायता देता है। मनोविज्ञान के ज्ञान से व्यक्ति अपनी शक्तियों, योग्यताओं, क्षमताओं, रुचियों तथा स्वभाव से परिचित होता है और उनके समुचित विकास हेतु प्रयास करता है। मनोविज्ञान के अध्ययन से व्यक्ति अपने व्यवहार-सम्बन्धी कमियों का ज्ञान प्राप्त कर उनमें संशोधन करने की चेष्टा करता है।
इस कैंप को तीन भागों में विभाजित किया गया - टेस्टिंग जोन, स्ट्रेस रिलीविंग जोन, काउंसलिंग जोन। टेस्टिंग जोन में इंटेलिजेंस, एंक्साइटी, इमोशनल हेल्थ, सेल्फ एस्टीम, मेंटल हेल्थ आदि से संबंधित टेस्ट किए गये। स्ट्रेस रिलीविंग जोन में हैंड-फुट-प्रिंट एक्टिविटी, मेडिटेशन, रिलैक्सेशन थेरेपी, हुलाहूप्स आदि गतिविधियां की गयी। काउंसिलिंग जोन में विद्यार्थियों की काउंसलिंग की गई। टेस्टिंग जोन में 150 से अधिक, स्ट्रेस रिलीविंग जोन में 142, काउंसलिंग के लिए 80 से अधिक रजिस्ट्रेशन किये गए। छात्रों ने सर्वांगीण हेल्थ के विषय पर एक मॉडल भी प्रस्तुत किया। जिसमे हेल्थ के 5 प्रकार - शारीरिक, मानसिक, इमोशनल,सामाजिक व आत्मिक दिखाए गए। शिक्षकगण में डॉ० अनिल, डॉ० प्रदीप, जतिन, मोनिका, पूजा, रेनू, राकेश ने शिरकत की। गाइडेंस एंड काउंसलिंग विभाग के सदस्य डॉ० रीतू व डॉ भावना इस अवसर पर मौजूद रहे। विभाग के सभी शिक्षकगण ममता, डॉ० रीना, मुकेश, पूनम, तमन्ना, पुरुषोत्तम, प्रियंका ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।