विश्वविद्यालय खिलाड़ियों के लिए रख रहा है खेल जगत की मजबूत नींव परम्परा
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जीन्द ने लगभग दस वर्षों में खिलाड़ियों को उस मुकाम तक पहुँचा दिया जिसमें दूसरे विश्वविद्यालय इसे अपने लिए गौरव की बात समझते हैं। हाल ही में 19वें एशियन गेम्स 2023 (23 सितम्बर से 8 अक्टूबर तक) में गई पांच खिलाड़ी विश्वविद्यालय की छात्राएँ रही हैं। विश्वविद्यालय कुलपति डॉ॰ रणपाल ने कहा है कि खेल निदेशालय को निरंतर गतिमान खेल प्रतियोगिताओं में उपलब्धियों के लिए बधाई दी है और साथ ही बताया है कि सभी खिलाड़ियों के अंदर स्पोर्ट्समैनशिप का होना बहुत जरूरी है जिससे वह एक अच्छे खिलाड़ी के साथ एक अच्छा इंसान भी बन सके। खेल मनुष्य को आर्थिक मानसिक और शारीरिक तौर पर मजबूत करता है। स्वस्थ शरीर में स्वच्छ आत्मा का वास होता है और खेल से ही मनुष्य का शरीर मजबूत होता है और स्वास्थ्य ठीक रहता है जिससे दिमाग को मजबूती पैदा होती है।
खेल निदेशक डॉ॰ नरेश कुमार ने बताया है कि मुस्कान, साक्षी कबड्डी टीम और प्रियंका, आशा और मोनिका भारतीय हैंडबॉल टीम में चयन हुआ है। जोकि विश्वविद्यालय के लिए और हरियाणा प्रदेश के लिए गर्व की बात है। विश्वविद्यालय की ही चार खिलाड़ी मलागा (स्पेन) वर्ष 2016 में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में भाग ले चुकी हैं। विश्वविद्यालय की चार खिलाड़ियों को भीम अवार्ड तथा एक खिलाड़ी कुमारी साक्षी को (अर्जुन अवार्ड 2022) मिल चुका है।
खेलों इण्डिया में लगातार हरियाणा के विश्वविद्यालयों में चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जीन्द अपना अग्रिम स्थान बनाए हुए है। चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय की खेल परिषद और खेल निदेशालय विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं के लिए शिक्षा के साथ-साथ खेलों में नए अवसर प्रदान कर रहा है। विश्वविद्यालय समय-समय पर प्रतिभा खोज तथा खेल क्षेत्र में नए-नए प्रयोग जैसे प्रोग्रामों के द्वारा होनहार खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करता है तथा उन्हें राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय स्तर तक लेकर जाने में सहयोग करता है।
विश्वविद्यालय में ट्रेनिंग कैम्प जैसी सुविधाएं खिलाड़ियों के लिए उपलब्ध करवा दी गई है। जिससे छात्र-छात्राओं में नयी तकनीक व सही ढंग से सीखने की कला को तेजी से विकसित किया जा रहा है। विश्वविद्यालय चोटिल खिलाड़ियों को एक लाख तक मेडिकल सहायता, अखिल भारतीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों को वातानुकूलित ट्रेन की सुविधा उपलब्ध करवाता है, जब विश्वविद्यालय के खिलाड़ी वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स प्रतियोगिता में भाग लेते है उस समय विश्वविद्यालय 15 से 20 लाख रुपये का विशेष बजट की व्यवस्था करता है, ताकि उनके यातायात का खर्च, रहने-खाने का खर्च, खेल किट, खेल पोशाक इत्यादि का खर्च विश्वविद्यालय वहन करता है।
विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय स्तर की व व्यक्ति 2014 से 2023 तक व्यक्तिगत और टीम इवेंट में विश्वविद्यालय ने कीर्तिमान स्थापित किए हैं। विश्वविद्यालय खेल परिषद ने विश्वविद्यालय परिसर में 14 विभिन्न खेलों में अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया है।
कुलसचिव प्रो॰ लवलीन मोहन ने बताया कि इंसान के जीवन में खेल का अपना ही बहुत महत्व होता है। बताया कि अगर कोई खिलाड़ी खेल के साथ-साथ पढ़ाई में भी मजबूत और अच्छा होता है तो वह आगे बढ़कर देश के अंदर बड़ी नौकरियां हासिल कर सकता है।