शिविर दिनांक 02 अक्टूबर, 2023 से 11 अक्टूबर, 2023 तक मक्लोडगंज, धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश में आयोजित किया गया
राज्य राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यालय पंचकूला द्वारा दस दिवसीय साहसिक शिविर का आयोजन किया गया था। यह शिविर दिनांक 02 अक्टूबर, 2023 से 11 अक्टूबर, 2023 तक मक्लोडगंज, धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश में आयोजित किया गया। इस शिविर में हरियाणा के 5 विश्वविद्यालयों (चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा, गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय, हिसार, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, हिसार , चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद , इंदिरा गाँधी विश्वविद्यालय मीरपुर, रेवाड़ी) के 50 स्वयंसेवकों व स्वयंसेविकाओं ने भाग लिया। चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद के सभी सम्बंधित महाविद्यालयों व विश्वविद्यालय शैक्षणिक संस्थान से 5 स्वयंसेवकों व 5 स्वयंसेविकाओं ने भाग लिया। इस साहसिक शिविर के लिए उन स्वयंसेवकों व स्वयंसेविकाओं को चयनित किया गया जो राष्ट्रीय सेवा योजना के समाज एवं पर्यावरण हितैषी कार्यों में बढ़-चढ़ कर रूचि लेते हैं तथा राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई में सक्रिय रहते हैं। सिमरन (सनातन धर्म महाविद्यालय, नरवाना), नेहा (राजकीय महिला महाविद्यालय, पिल्लूखेड़ा), ज्योति (हिन्दू कन्या महाविद्यालय, जींद), काजल (विश्वविद्यालय शैक्षणिक संस्थान, चौ रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद), कीर्ति (यू टी डी, चौ रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद), अजय (राजकीय महाविद्यालय, जुलाना), मोहित (राजकीय महाविद्यालय, जींद), सुनील (राजकीय महाविद्यालय, नरवाना), सुशील (छोटू राम किसान महाविद्यालय, जींद) व योगेश (राजकीय महाविद्यालय, अलेवा) ने विश्वविद्यालय की तरफ से इस साहसिक शिविर में भाग लिया। डॉ जितेन्द्र कुमार प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि
इस शिविर में हर दिन सुबह शारीरिक गतिविधियाँ करवाई जाती थी ताकि स्वयंसेवक शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें। हर दिन अलग-अलग तरह की साहसिक गतिविधियां भी करवाई जाती थी जैसे कृत्रिम दीवार पर चढ़ना, प्राकृतिक चट्टान पर चढ़ना, नदी पार करना, बचाव अभियान प्रशिक्षण इत्यादि। हर दिन विभिन्न प्रकार के ट्रेनिंग सेशन करवाए जाते थे।
स्वयंसेवकों से कई ट्रैकिंग गतिविधियाँ भी करवाई गयी जिसमे मुख्य ट्रेक घुना माता मंदिर से क्षेत्रीय पर्वतारोहण केंद्र, मैक्लोडगंज तक की करवाई गई जिसकी दुरी 14 किलोमीटर है। क्षेत्रीय पर्वतारोहण केंद्र, मैक्लोडगंज से त्रियुड का ट्रैक भी करवाया गया। वहां स्वयंसेवकों को बताया गया कि ट्रैकिंग के दौरान मनुष्य जुझारू एवं निडर बनता है। मिलकर काम करने से उसमें सहयोग की भावना भी विकसित होती हैं। व्यक्ति सब कुछ भूलकर अपने आप को प्रकृति की गोद में विजय पाने के बाद व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ जाता है तथा उसे आत्मसंतोष की अनुभूति होती है। डॉ० जितेन्द्र ने बताया कि इस शिविर में स्वयंसेवकों ने भ्रूण हत्या रोकने, अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ रखने, पौधरोपण करने, अपने आस-पास के लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने व अपने शैक्षणिक संस्थान में समय -समय पर लोगों को विभिन्न विषयों पर जागरूक करने के कार्यक्रम करवाने की शपथ दिलाई गयी। आज सभी विद्यार्थियों को कुलपति डॉ० रणपाल सिंह व कुलसचिव प्रो० लवलीन मोहन द्वारा मिठाई खिलाकर आशीर्वाद दिया और उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की। डॉ० जितेन्द्र व उनकी समस्त टीम को बधाई दी ।