समाज को जोड़ने वाले विषय एवं सकारात्मकता को दर्शकों तक पहुँचाने की आवश्यकता- हरिओम कौशिक
समाज को जोड़ने वाले विषय एवं सकारात्मकता को दर्शकों तक पहुँचाने की आवश्यकता- हरिओम कौशिक
सी. आर. एस. यूनिवर्सिटी में जनसंचार विभाग द्वारा फिल्म मेकिंग विषय पर कार्यशाला का आयोजन
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में जनसंचार विभाग द्वारा फिल्म मेकिंग विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया। जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.एस. के. सिन्हा ने बताया कि इस फ़िल्म निर्माण कार्यशाला में फ़िल्म निर्देशक अभिनेता तथा फ़िल्म सेंसर बोर्ड के सदस्य हरिओम कौशिक ने विशेषज्ञ के रूप में मीडिया विभाग के छात्रों से रू-ब-रू हुए।
इस अवसर पर कुलपति डॉ॰ रणपाल सिंह ने कहा की जनसंचार का मतलब ही के बच्चों को संचार के हर माध्यम मे कुशल बनाना है ताकि विद्यार्थियों को पत्रकारिता से लेकर फिल्म बनाने तक का ज्ञान प्राप्त हो आज हरियाणा मे फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए कई फिल्म महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है और आज डिजिटल माध्यम पर भी हरियाणवी गाने और वेब सीरिज ने एक नया मुक्काम हासिल किया और हरियाणा में फ़िल्में बनाने से हरियाणा के बच्चों की प्रतिभा को भी आगे लाया जा सकता है।
छात्रों से फ़िल्म निर्माण पर चर्चा करते हुए हरिओम कौशिक ने कहा कि फ़िल्मों का उद्देश्य समाज को जोड़ना और समाज में प्रेम-सौहार्द बढ़ाना होता है। लेकिन दुर्भाग्य से भारत में पिछले कई दशकों से ऐसी फिल्में बन रही है जो तथाकथित सच्चाई दिखाने के नाम पर नकारात्मकता का प्रसार कर रही है एवं समाज में कटुता, विद्वेष, घृणा, लोभ एवं ईर्ष्या आदि के भाव का महिमामंडन कर रही है। ऐसे में यह अत्यंत आवश्यक हो गया है कि सिनेमा के माध्यम से देश और समाज हित में सही विमर्श जन-जन तक पहुँचे। उन्होंने छात्रों को शब्दों के संयोजन से जोड़कर एक सकारात्मक कहानी के लेखन पर अभ्यास करवाया। कार्यशाला में उन्होंने विभिन्न प्रकार के शॉट्स और एंगल के बारे मे भी छात्रों को बताया। हरिओम कौशिक ने आगे बताया कि कैसे आज के समय मे क्षेत्रीय सिनेमा कहानी के आधार पर बॉलीवुड को चैलेंज कर रहा है। अब लोग फ़िल्मों में नयी कहानी का नया तरीक़ा ढूँढते है और आज के समय में हरियाणा मे सिनेमा लगातार नए आयाम स्थापित कर रहा है और हरियाणवी मे हमे कई वेब सीरिज देखने को मिल रही है। जिसमें जनसंचार के विद्यार्थियों के लिए बहुत से अवसर उपलब्ध है उन्होंने बच्चों को हरियाणा के पंचकुला में 23 से 25 फरवरी को होने वाले पांचवें ‘चित्र भारती फिल्म’ फेस्टिवल के लिए निमंत्रण दिया उन्होंने कहा की वहां पूरे भारत से फ़िल्में देखने को मिलेंगी ।
विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ॰ बलराम बिंद ने विशेषज्ञ का विश्वविद्यालय मे पहुंचने पर धन्यवाद किया और कार्यशाला मे जनसंचार विभाग के विद्यार्थियों के साथ सभी सहायक प्राध्यापक उपस्थित रहे।