‘हरियाणा उत्सव’ की ओवरऑल ट्रॉफी लोक साहित्य और संस्कृति के विद्वान प्रोफेसर (डॉ॰) भीम सिंह मलिक के नाम से की प्रारम्भ
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय ने ‘हरियाणा उत्सव’ समारोह की ओवरऑल ट्रॉफी लोक साहित्य और लोक संस्कृति के मूर्धन्य,मर्मज्ञ विद्वान प्रोफेसर (डॉ॰) भीम सिंह मलिक के नाम से की प्रारम्भ
ध्यातव्य है कि डॉ॰ भीम सिंह मलिक वे शख्सियत थे, जिन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र में मनाए जाने वाले हरियाणवी संस्कृति के महा उत्सव ‘रत्नावली’ की नींव रखी थी। उन्होंने आजीवन हरियाणवी लोक संस्कृति का संवर्धन और संरक्षण करते हुए एक साधक की भांति अपने जीवन का हर बहुमूल्य पल हरियाणवी संस्कृति और साहित्य के नाम किया। उन्होंने विश्वभर में 33 देशों की यात्राएं कीं और सभी देशों की धरती पर हरियाणा प्रदेश की लोक संस्कृति और लोक साहित्य का प्रचार किया। कुलपति डॉ॰ रणपाल सिंह ने कहा कि आज चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय उस महान विभूति के नाम से सर्वश्रेष्ठ विजय उपहार देते हुए स्वयं गौरवान्वित अनुभव कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय भविष्य में भी प्रतिवर्ष हरियाणा दिवस समारोह में सर्वश्रेष्ठ दल को यही ओवरऑल ट्रॉफी ‘प्रोफेसर (डॉ॰) भीम सिंह मलिक स्मृति’ विजयोपहार प्रदान कर गौरवान्वित अनुभव करता रहेगा।
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में हरियाणा दिवस के उपलक्ष्य में संपन्न हुए दो दिवसीय हरियाणवी संस्कृति के लोक उत्सव का समापन 2 नवंबर को देर रात्रि से हुआ। दो दिन तक कड़ी प्रतियोगिताओं के बीच ओवरऑल ‘प्रोफेसर (डॉ॰) भीम सिंह मलिक स्मृति’ ट्रॉफी आर्य पीजी कॉलेज, पानीपत के नाम हुई। घनी प्रतिस्पर्धाओं, प्रतियोगिताओं के बीच कड़े मुकाबले होते दिखाई दिए, किंतु श्रेष्ठ और उत्तम प्रस्तुतियों ने विजय का परचम लहराया। संगीत, नृत्य, रंगमंच और साहित्यिक विधाओं के लिए एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां विभिन्न विश्वविद्यालय, महाविद्यालय और शिक्षण संस्थाओं के सांस्कृतिक दलों द्वारा अपनी दक्षता का प्रदर्शन करते हुए दी गई और निर्णायक मंडल ने अपने विवेक से श्रेष्ठ कृतियों को पुरस्कृत रूप में नामांकित किया जिनका क्रम अनुसार विवरण संलग्न सूची में दिया गया है-
हरियाणवी फूड में पहला स्थान राजकीय महाविद्यालय, जुलाना; दूसरा स्थान राजकीय महाविद्यालय, पिल्लुखेड़ा व तीसरा स्थान छोटू राम किसान कॉलेज, जीन्द ने प्राप्त किया।
हरियाणवी कविता-पाठ में पहला स्थान राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जीन्द; दूसरा आर॰ के॰ एस॰ डी॰ कॉलेज, कैथल व तीसरा स्थान प्रियदर्शिनी इन्दिरा गांधी राजकीय महिला महाविद्यालय, जीन्द ने प्राप्त किया।
रिचुअल्स में पहला स्थान यूटीडी सीआरएसयू जीन्द, दूसरा स्थान राजकीय महाविद्यालय, अलेवा तथा तीसरा स्थान के॰ एम॰ कॉलेज नरवाना ने प्राप्त किया।
हरियाणवी सामूहिक गान में पहला स्थान आर्य पीजी कॉलेज, पानीपत, दूसरा यूटीडी सीआरएसयू जीन्द, व तीसरा स्थान भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय, खानपुर कलाँ ने प्राप्त किया।
ऑन द सपोट पेंटिंग में पहला स्थान प्रियदर्शिनी इन्दिरा गांधी राजकीय महिला महाविद्यालय, जीन्द; दूसरा स्थान ग्रीन वैली कॉलेज ऑफ एजुकेशन, जीन्द व तीसरा स्थान यूटीडी सीआरएसयू जीन्द ने प्राप्त किया।
हरियाणवी सोलो डांस (पुरूष) में पहला स्थान आर्य पीजी कॉलेज, पानीपत, दूसरा स्थान राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जीन्द, तथा तीसरा स्थान यूटीडी सीआरएसयू जीन्द ने प्राप्त किया।
रागनी में प्रथम स्थान आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पानीपत; तीसरा स्थान एस॰डी॰एम॰एम कॉलेज, नरवाना; तीसरा स्थान यूटीडी सीआरएसयू, जीन्द ने हासिल किया।
हरियाणवी एकल नृत्य (महिला) में प्रथम स्थान आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पानीपत; दूसरा स्थान हिन्दू महाविद्यालय,जीन्द; तीसरा स्थान भगत फूल सिंह विश्वविद्यालय, खानपुर कलां व यूटीडी, जीन्द ने प्राप्त किया।
एकल नृत्य (महिला) में प्रथम स्थान आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पानीपत; दूसरा स्थान हिन्दू महाविद्यालय, जीन्द; तीसरा स्थान भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय, खानपुर कलां व यूटीडी, जीन्द ने प्राप्त किया।
हरियाणवी लोकगीत में प्रथम स्थान आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पानीपत; दूसरा स्थान के एम कॉलेज, नरवाना; तीसरा स्थान हिन्दू कन्या महाविद्यालय, जीन्द ने हासिल किया।
सांग में प्रथम स्थान आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पानीपत व सनातन धर्म महिला महाविद्यालय, नरवाना; दूसरा आरकेएसडी, कैथल व सनातन धर्म महिला महाविद्यालय, हांसी को प्राप्त हुआ।
हरियाणवी सामूहिक नृत्य में प्रथम स्थान आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पानीपत; दूसरा स्थान यूटीडी, सीआरएसयू जीन्द व राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जीन्द को प्राप्त हुआ।
टिट-बिट में प्रथम स्थान यूटीडी, सीआरएसयू, जीन्द; दूसरा स्थान आरकेएसडी कॉलेज, कैथल; तीसरा स्थान प्रियदर्शिनी इन्दिरा गांधी राजकीय महिला महाविद्यालय, जीन्द को हासिल हुआ।
डांस एण्ड म्युजिक ट्रॉफी आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पानीपत को। थियेटर ट्रॉफी आरकेएसडी कॉलेज, कैथल।रनर-अप ट्रॉफी यूटीडी, सीआरएसयू, जीन्द एवं ऑवर आल ट्रॉफी आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पानीपत को दी गई।
महा उत्सव के दूसरे दिन के सत्रों में अध्यक्ष, डॉक्टर कृष्ण कुमार मिड्ढा जी, विधायक जींद तथा पुलिस अधीक्षक श्री सुमित कुमार, मुख्य अतिथि के रूप में विराजमान रहे। आयोजन में मुख्य संरक्षक की भूमिका माननीय कुलपति की रही। ज्यूरी सदस्य, निर्णायक गण की सतत उपस्थिति ने उत्सव को शोभनीय एवं अनुशासित रूप प्रदान किया। विभिन्न विश्वविद्यालय, महाविद्यालय से आए प्राचार्य और प्रभारी इस हरियाणवी छटा का हिस्सा रहे। लगभग समूचे हरियाणा के से आए प्रतिभागियों ने विभिन्न विधाओं में अपनी दक्षता और निपुणता के साथ हरियाणवी कलाओं का प्रदर्शन किया और दशकों की गुंजायमान तालियों से अनवरत सराहना बटोरी।
अंत में डी॰ सी॰ डब्ल्यू॰ डॉ॰ जसवीर सूरा ने विश्वविद्यालय परिवार के हर अधिकारी एवं प्रत्येक कर्मचारी को आयोजन को सफल बनाने तथा सतत कर्तव्य परायणता का परिचय देने के लिए धन्यवाद किया। डॉ॰ सूरा ने प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हर उस व्यक्ति का धन्यवाद किया जिन्होंने ‘हरियाणा उत्सव’ को सफल बनाने में सहयोग किया।