विधि विभाग की मान्यता: नए अवसरों का आगाज
1 सितम्बर, 2023 को चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद को एडवोकेट्स एक्ट 1961 के तहत विधि विभाग को मान्यता प्रदान की है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने त्रिवर्षीय बी॰ ए॰ एल० एल० बी॰ (ऑनर्स कोर्स) और पंचवर्षीय बी० ए० एल० एल० बी० लॉ (ऑनर्स कोर्स) के लिए मंजूरी दी है और अब छात्र छात्राएं इन दोनों कोर्सों में दो-दो सेक्शन में 120-120 सीटों पर प्रवेश के लिए आवेदन कर सकेंगे। यह खबर जींद, हरियाणा के छात्रों के लिए एक खुशी की खबर है और इससे उन्हें एक नई शिक्षा के अवसरों का आनंद उठाने का मौका मिला है। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ॰ रणपाल सिंह ने इस कदम की सराहना की और इस शिक्षा के माध्यम से छात्रों के भविष्य को उज्जवल बनाने का संकल्प जताया। इस वर्ष से चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जीन्द राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने वाला पूरे हरियाणा में दूसरे स्थान पर है। आने वाले 5 सितम्बर को पूरे विश्वविद्यालय में सभी संकायों के विद्यार्थियों के लिए ‘इन्डकशन प्रोग्राम’ पहली बार आयोजित किया जा रहा है जिसमें विश्वविद्यालय में चल रही सभी गतिविधियों के बारे में अवगत करवाया जाएगा ताकि विद्यार्थी सभी गतिविधियों में निर्धारित समयावधि अनुसार भागीदारी लेकर अपना कौशल दिखा सकेगें। विश्वविद्यालय में इसी वर्ष से स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के काफी नए कोर्सेज शुरू हो चुके हैं। साथ ही साथ फौरन लैंग्वेज पी॰जी॰ डिप्लोमा इन फ्रेंच लैंग्वेज एण्ड कल्चर, पी॰जी॰ डिप्लोमा इन स्पेनिश लैंग्वेज एंड कल्चर कोर्सेज शुरू हो चुके हैं। विश्वविद्यालय की कुलसचिव, प्रो० लवलीन मोहन ने बताया कि इससे अब छात्रों को लॉ की शिक्षा प्राप्त करने के लिए दूर जाने की आवश्यकता नहीं होगी और इससे अभिभावकों के खर्चे में भी कमी आएगी। विधि विभाग के डीन, डॉ॰ सुनील फोगाट ने इस नई शिक्षा को 'न्याय प्रदान करने वाली व्यवस्था की नींव' कहकर तारीफ की और इसके माध्यम से छात्रों को कानूनी प्रक्रियाओं के बारे में शिक्षा और कौशल प्रदान करने का संकल्प जताया। इस नई शिक्षा के आगमन से न केवल जींद के छात्र, बल्कि अन्य जिलों के छात्र भी लाभान्वित होंगे, जो इसके तहत नए कानूनी ज्ञान को प्राप्त करेंगे। इसके नए पाठ्यक्रम के आगमन के साथ ही, चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जीन्द ने एक नई शिक्षा के क्षेत्र में अपने कद को बढ़ाया है और यह कानून के क्षेत्र में शिक्षा की मान्यता और उच्चतम मानकों की साधना का सकारात्मक कदम है जोकि चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद के विधि विभाग के सामने नए रोजगार के अवसर प्रदान करेगा। यह विश्वविद्यालय छात्रों के लिए नए कानूनी शिक्षा के अवसर प्रदान करेगा और इससे विभिन्न जिलों के छात्रों को भी फायदा होगा। इस पाठ्यक्रम के माध्यम से छात्रों को विधि विभाग में पढ़ाई करने और कानूनी प्रक्रियाओं के बारे में ज्ञान प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। यह विश्वविद्यालय के उच्च मानकों की प्रक्रिया में एक सकारात्मक कदम है और छात्रों के भविष्य के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलता है।। यह पाठ्यक्रम न्याय प्रदान करने वाली व्यवस्था की नींव माना जा रहा है । इस अवसर पर डॉ० देवेन्द्र सिंह डीपीआरओ, डॉ० अरूण यादव पीआरओ इत्यादि स्टाफ मेंबर मौजूद रहे।