विश्वविद्यालय का यूनेस्को एमजीआईईपी के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर का एमओयू हुआ साइन
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद ने यूनाइटेड नेशंस एजुकेशनल साइंटिफिक व कल्चरल ऑर्गेनाइजेशन महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन फॉर पीस एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट यूनेस्को एमजीआईईपी के साथ एमओयू साइन किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय सभागार में डॉ० अनिल कुमार, असिस्टेंट लाइब्रेरियन के द्वारा एसईईके (सीक) पर वन डे वर्कशॉप का आयोजन किया गया, जिसमें कुलपति डॉ० रणपाल सिंह, कुलसचिव प्रो० लवलीन मोहन, डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ० जसवीर सूरा, विश्वविद्यालय के अन्य सभी विभागों के डीन, अध्यक्ष व विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
विश्वविद्यालय कुलपति डॉ० रणपाल सिंह ने कहा कि एमजीआईईपी यूनेस्को की पहली श्रेणी का रिसर्च संस्थान हैं जो कि नई दिल्ली में स्थित हैं। यह दुनिया भर में शिक्षा की दिशा में काम करके सतत विकास लक्ष्य एसडीजी 4.7 प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करता है। यूनेस्को एमजीआईईपी की टीम से पहुंची डॉ० रिचा बंसल, नेशनल प्रोजेक्ट ऑफिसर और डॉ० नमिता रस्तोगी, प्रोजेक्ट एडमिनिस्ट्रेटिव असिस्टेंट ने सभागार में उपस्थित सभी छात्रों को यूनेस्को एमजीआईईपी के विषय में विस्तार से बताया कि यह संस्थान सक्रिय रूप से ऐसे विकासशील कार्यक्रमों को बनाने के लिए संलग्न हैं जो कि सोशल एंड इमोशनल लर्निंग एस.ई.एल., अभिनव, इनोवेटिव व डिजिटल पेडागोजी को बढ़ाते हैं और युवाओं का सशक्तिकरण करते हैं। आपसी सहयोग को बढ़ावा देने और समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए यूनेस्को एमजीआईईपी के प्रतिनिधियों ने यूनिवर्सिटी का दौरा किया। इस दौरान दोनों संस्थानों के अधिकारियों और यूनेस्को एमजीआईईपी की टीम ने अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान किया जोकि सदस्य राज्यों के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अनुमोदित सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के कार्यान्वयन में योगदान करती है।
कुलसचिव प्रो० लवलीन मोहन व डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ० जसवीर सूरा ने कहा यूनेस्को महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन फॉर पीस एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट के साथ किया गया यह समझौता न केवल वयस्कों बल्कि देश के गतिशील बच्चों के संयुक्त प्रयासों द्वारा लाए गए शांति और सतत विकास व हरियाली स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।