Vaccination Camp
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा महा वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन किया गया।इस वैक्सीनेशन प्रोग्राम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय कुलसचिव प्रोफेसर लवलीन मोहन जी रहे उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें कोविड-19 माहवारी से बचने के लिए वैक्सिंग का प्रयोग जरूर करना चाहिए किसी भी बहकावे में नहीं आना चाहिए और जो सरकार की गाइडलाइन है उनका प्रयोग करना चाहिए। उचित दूरी बनाके रखनी चाहिए और अपने चेहरे को मार्क्स से जरूर रखना चाहिए। इस वैक्सीनेशन प्रोग्राम के कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ नवनीत चिकित्सा अधिकारी सिविल अस्पताल जींद से रहे। उन्होंने इस कैंप के बारे में अपने विचार रखते हुए कहा कि हमें इस महामारी का डटकर मुकाबला करना चाहिए और जनवरी और फरवरी के महीने में आने वाली तीसरी लहर से खुद को बचाने के लिए वैक्सिंग का सहारा लेना चाहिए और जो सरकार ने हमें निर्देश दिए हैं उनका हमें पालन करना चाहिए। वैक्सिंग से हम खुद को ही नहीं बल्कि दूसरों को भी रखते हैं। विशिष्ट अतिथि के तौर पर पहुंचे डीन एकेडमिक अफेयर प्रोफेसर एसके सिन्हा और परीक्षा नियंत्रक डॉ राजेश बंसल ने शिरकत की। प्रोफेसर एसके सिन्हा ने कहा कि ऐसे कैंपों का बहुत महत्व है जो हम सबकी सेहत के लिए बहुत जरूरी है और हम सबको इस महामारी से बचने और लड़ने के लिए वैक्सीन का प्रयोग करना चाहिए और किसी प्रकार के बहकावे में नहीं चाहिए। मास्क का और उचित दूरी का प्रयोग करना चाहिए और समय-समय पर अपने हाथ सैनिटाइजर से धोते रहना चाहिए। इस कार्यक्रम के संयोजक व राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी डॉ जितेंद्र ने मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों का स्वागत करते हुए धन्यवाद किया और बताया की ओमिकरोंन के देश मे 220 से अधिक केस आ चुके हैं तथा 92 से अधिक देशों में ओमिकरोन जा चुका हैं ऐसी महामारी से बचने के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रोग्राम ऑफिसर डॉक्टर नवीन डॉक्टर संदीप पुरवा व कुमारी सुमन के साथ मिलकर बच्चों को वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूक किया और उनको भविष्य में आने वाली तीसरी लहर से बचने की हिदायत दी। सभी एनएसएस अधिकारियों ने विश्वविद्यालय ही नहीं बल्कि बाहर के लोगों को भी सोशल मीडिया के माध्यम से संदेश दिया कि वह भी विश्वविद्यालय में लगे इस कैंप में पहुंच कर वैक्सीनेशन प्रोग्राम का हिस्सा बन सकते हैं और वैक्सीन लगवा सकते हैं जिससे उनके भविष्य को कोई खतरा ना हो। इस प्रोग्राम में एनएसएस स्वयंसेवकों ने भी अहम भूमिका निभाई और इस प्रोग्राम को सक्सेसफुल बनाने के लिए अपने प्रोग्राम ऑफिसर के साथ मिलकर बहुत महत्वपूर्ण सहयोग दिया। वैक्सीनेशन कैंप से पहले सभी एन एस ऑफिसर ने कक्षा में जाकर बच्चों को कैंप के बारे में जानकारी दी और उन्हें व्यक्ति लगवाने के लिए जागरूक किया जिससे बच्चों में उत्साह की लहर जागी और बड़ी मात्रा में वैक्सीन लगवाने के लिए विश्वविद्यालय प्रांगण में पहुंचे। इस वैक्सीनेशन कैंप में 160 लोगों ने वैक्सीन लगवाई।