पूर्व कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा का सम्मान समारोह
आज दिनांक 4 जुलाई को सीआरएस विश्वविद्यालय जींद के पूर्व कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा (एडिशनल चार्ज) को आज विश्वविद्यालय परिवार द्वारा नवनियुक्त कुलपति डॉक्टर रणपाल सिंह व कुलसचिव प्रोफेसर लवलीन मोहन द्वारा एक यादगार सम्मान समारोह का आयोजन करके स्मरणीय विदाई दी गई। इस मौके पर डीन एकेडमिक अफेयर प्रोफेसर एसके सिन्हा ने पूर्व कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा जी की जीवनी और उनके साथ किये काम के एक्सपीरियंस के बारे में बताते हुए कहा कि प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा जी का शिक्षा के क्षेत्र में बहुत ही लंबा अनुभव है और उन्होंने इस विश्वविद्यालय को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए अपना हमेशा अहम और अमूल्य योगदान दिया है उनके नेतृत्व में विश्वविद्यालय ने हमेशा नई ऊंचाइयों को छुआ है और शिक्षा ही नहीं खेल कूद के क्षेत्र में भी विश्वविद्यालय ने खूब तरक्की की है।
विश्वविद्यालय कुलपति डॉक्टर रणपाल सिंह ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा विश्वविद्यालय के ही नहीं बल्कि उनके भी कुलपति रहे हैं क्योंकि यमुनानगर में उनका कॉलेज कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के अधीन आता था जिसमें वह 19 वर्षों से प्रिंसिपल की पोस्ट पर कार्यरत रहे थे। उन्होंने बताया कि प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा बहुत ही सरल स्वभाव और बहुत ही प्रतिभाशाली व्यक्तित्व धनी हैं। सोमनाथ जी का शिक्षा के क्षेत्र में बहुत ही लंबा अनुभव रहा है उन्होंने हमेशा ही विश्वविद्यालय के हितों के बारे में सोचा है। विश्वविद्यालय को एक परिवार की तरह माना है और एकता के सूत्र में बंद कर काम किया विश्वविद्यालय कुलसचिव प्रोफेसर लवलीन मोहन ने पूर्व कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा सर के अनुभव को साझा करते हुए बताया कि वे बहुत ही अच्छे इंसान हैं। विश्वविद्यालय में आकर हमेशा विश्वविद्यालय को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाने के बारे में चिंतन मंथन किया है। प्रोफेसर लवलीन मोहन ने कहा कि उन्होंने ने कभी भी किसी एकेडमिक फाइल को नहीं रोका और उन्होंने विश्वास दिखाया कि विश्वविद्यालय परिवार एकजुट होकर हमेशा एक दूसरे पर विश्वास बनाकर कार्य करता है। प्रोफेसर लवलीन मोहन ने सभी का इस कार्यक्रम में उपस्थित होने पर धन्यवाद और स्वागत किया।
डॉ कुलदीप नारा ने कहा कि प्रोफ सोमनाथ सचदेवा जी बहुत ही गुणवान व्यक्तित्व के धनी हैं उन्होंने हमेशा विश्वविद्यालय को मार्गदर्शन किया है और उनसे आगे भी इस प्रकार की आशा विश्वविद्यालय परिवार एक साथ काम करता रहेगा। आज के सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा जी ने सभी सभागार में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं डॉक्टर रणपाल जी को विश्वविद्यालय के कुलपति नियुक्त होने पर बधाई देता हूं। उन्होंने डॉ रणपाल सिंह जी के अनुभव के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि जब मुझे विश्वविद्यालय का चार्ज मिला तो विश्वविद्यालय के समय कई प्रकार की समस्याओं से घिरा हुआ था। जब उन्होंने विश्वविद्यालय में आकर देखा तो उन्होंने ऐसा कुछ भी महसूस नहीं हुआ | विश्वविद्यालय में अध्यापकों की कमी के सिवा कुछ और समस्या नही है। उनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय ने एकेडमिक ही नहीं बल्कि कल्चरल एक्टिविटी और खेलकूद में भी विश्वविद्यालय का नाम हरियाणा में ही नहीं बल्कि पूरे देश में रोशन किया है विश्वविद्यालय इसी प्रकार आगे बढ़ता रहे और नई बुलंदियों को छूता रहे यही शुभकामनाएं प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा जी ने विश्वविद्यालय परिवार को दी है।
एनएसएस अधिकारी डॉ जितेंद्र ने बताया कि प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा जी का बहुत सारे एनएसएस प्रोग्राम में आना हुआ है और उन्होंने हमेशा से ही एनएसएस स्वयंसेवकों को अपना आशीर्वाद दिया है| उन्होंने आभाव स्वभाव, प्रभाव के बारे में बताया और क्या इफेक्ट इन शब्दों का पड़ता है और किस प्रकार सब में सकारात्मक उर्जा का संचार होता है|
डॉ आनंद मालिक ने बताया की अगर उन्हें कुछ भी सहायता की जरूरत पड़ती और कुछ भी समस्याओं का समाधान करने के लिए रात को भी कॉल करते तो सर बहुत ही विनम्रता से उन समस्याओं को सुनते और उनका समाधान बताते। उन्होंने सभी पर अपना विश्वास जताया कि सब अपना कार्य ईमानदारी से करते हैं|
डायरेक्टर ऑफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर एंड विभागाध्यक्ष इकोनॉमिक्स विभाग डॉक्टर सुनील फोगाट ने बताया कि सर बहुत ही सरल स्वभाव व्यक्तित्व के धनी हैं वह कभी भी कोई भी समस्या सर के सामने लेकर जाते तो सर हमेशा उनका निवारण करके उन्हें ऑफिस से बाहर मुस्कुराते हुए भेजते थे। प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा जी हंसमुख स्वभाव के व्यक्ति भी हैं। उनके नेतृत्व में विश्वविद्यालय परिवार ने हमेशा ही नई बुलंदियों को छुआ है और हरियाणा में ही नहीं बल्कि पूरे देश में अपना गौरव बढ़ाया है। मंच का संचालन डॉ रचना श्रीवास्तव द्वारा किया गया। संगीत व नृत्य विभाग के प्राध्यापिका डॉ भावना व उनकी टीम द्वारा स्वागत व विदाई गीत की प्रस्तुति दी गई। इस मौके पर विश्वविद्यालय शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारी मौजूद रहे।