अंग्रेजी विभाग द्वारा एक एक्सर्प टॉक का आयोजन
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग द्वारा एक एक्सर्प टॉक का आयोजन किया| जिसमें अंग्रेजी एवं रशियन साहित्य से जुड़े महान बुद्धिजीवी प्रोफेसर अभय मौर्या, फाउंडिंग वाईस चांसलर ऑफ इंग्लिश एंड फॉरन लैंगुएज़ यूनिवर्सिटी, हैदराबाद ने अपना व्याख्यान रखा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रणपाल सिंह एवं डीन फैक्लटी ऑफ हयूमेनिटिज़ एंड इंडिक स्टडीज़ डॉ. ज्योति श्योराण ने प्रोफेसर मौर्या का विश्वविद्यालय पधारने पर स्वागत एवं अभिनंदन किया। इस अवसर पर प्रोफेसर मौर्या ने विश्वविद्यालय कुलपति से मुलाकात की और उन्हें पुस्तकें भेंट की। विश्वविद्यालय कुलपति ने कहा कि विद्यार्थियों के लिए समय-समय पर इस प्रकार के व्याख्यान आयोजित करते रहना आवश्यक है और विशेषकर अंग्रेजी साहित्य के विद्यार्थियों का विश्व भर के साहित्य से अवगत होना जरूरी है। डॉ. ज्योति श्योराण, डीन फैक्लटी ऑफ हयूमेनिटिज़ एंड इंडिक स्टडीज़ एवं विभागाध्यक्ष, अंग्रेजी विभाग ने बताया कि अंग्रेजी विभाग के विद्यार्थियों के सम्पूर्ण ज्ञानवर्धन के लिए समय-समय पर एक्सटेंशन लेक्चर, कार्यशालाओं एवं सेमिनार का आयोजन किया जाता है। विभाग का ध्येय है कि विद्यार्थियों को अधिक से अधिक नई साहित्य रचनाओं व प्रणालियों से अवगत कराया जा सकें। इस एक्सटेंशन लेक्चर का विषय- मार्जिनलस एण्ड सबॉलर्टनस इन इंग्लिश लिटरेचर रहा। प्रोफेसर मौर्या ने बताया कि मर्जिनल और सबॉलर्टन का अर्थ उन लोगों, समूह और समूदायों से है जो आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक आयामों में असमान शक्ति संबंधों के कारण भेदभाव और बहिष्कार का अनुभव करते हैं। उन्होंने साहित्य को सीमांत पर रहने वाले लोगों के लिए हथियार बताया। उन्होंने हिन्दी, अंग्रेजी, रशियन साहित्य के बहुत से उदाहरण देकर विद्यार्थियों को मार्जिनलाइजेशन के बारे में बताया जैसे प्रेमचंद का उपन्यास ‘गोदान’, ‘निकोलाई’ गोगोल की कहानी ‘द ओवकोट’ आदि। इस अवसर पर अंग्रेजी विभाग के सभी छात्र एवं प्राध्यापक उपस्थित रहे।