“अंतर क्षेत्रीय युवा महोत्सव का धूमधाम से हुआ आगाज”
"अंतर क्षेत्रीय युवा महोत्सव का धूमधाम से हुआ आगाज"
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में आज अंतर क्षेत्रीय युवा महोत्सव का आगाज धूमधाम से हुआ। उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमान अमरजीत ढाण्डा ने शिरकत की। सभी प्रतिभागियों को अपना आशीर्वचन देते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से हरियाणा की संस्कृति की पहचान न केवल देश में अपितु विदेशों में भी बन रही है। विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित किया जा रहा यह सांस्कृतिक कार्यक्रम सभी प्रतिभागियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का सुंदर अवसर प्रदान करता है और उनमें सामंजस्य बनाने की भावना का भी विकास करता है।
कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ० रणपाल सिंह ने कहा कि इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य है छात्रों को एक साथ आने का मौका देना, जिससे वे अपनी विभिन्न प्रतिभाओं को प्रदर्शित कर सकें। प्रतिभागियों को कला, साहित्य, संगीत, नृत्य आदि के क्षेत्रों में विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने का अवसर मिलेगा। इससे स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ेगा।
कार्यक्रम की संरक्षिका विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रोफेसर लवलीन मोहन ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों के द्वारा मानवीय मूल्यों को बढ़ावा मिलता है, जो मानव जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों को सहज ही ऐसी शिक्षा मिलती है जिससे वह अपने जीवन में एक आदर्श नागरिक के रूप में तैयार होते हैं।
युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम निदेशालय के निदेशक डॉ० विजय कुमार ने बताया कि आज लगभग 15 टीमें छः अलग-अलग मंचों के माध्यम से विभिन्न विधाओं के लिए प्रतियोगिता में भाग ले रही हैं। जिन विधाओं की प्रतियोगिताएँ आज होगी उनका विवरण इस प्रकार है-
कोरियोग्राफी
माइम
रिवाज (रिचुअल्स)
पॉप सॉग हरियाणवी
एकल नृत्य हरियाणवी पुरुष
एकल नृत्य हरियाणवी महिला
संस्कृत नाटक
एकल शास्त्रीय नृत्य
सामान्य समूह गान
लोक गीत हरियाणवी (एकल)
लोक गीत सामान्य
लाइट वोकल इंडियन
क्लासिकल वोकल सोलो
हरियाणवी गजल
ऑन द स्पॉट पेंटिंग
पोस्टर बनाना
रंगोली बनाना
क्विज
इस अवसर पर सभी गणमान्य अतिथियों के द्वारा एक स्मारिका का विमोचन भी किया गया। शैक्षणिक अधिष्ठाता प्रोफेसर एसके सिन्हा, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ० जसवीर सिंह, डॉ नरेश देशवाल, डॉ० प्रवीण डॉ० रोहित, डॉ० देवेंद्र, डॉ० सत्येंद्र, डॉ० जयपाल सिंह राजपूत, डॉ० वीरेंद्र कुमार, डॉ० सुमन पूनिया, डॉ० ज्योति मलिक, डॉ० ममता ढाण्डा आदि उपस्थित रहे।