अंतर-क्षेत्रीय युवा महोत्सव -2022 का तीसरे दिन हुआ समापन
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित हो रहे पाँचवें अंतर-क्षेत्रीय युवा महोत्सव -2022 का तीसरे दिन हुआ समापन:
हरियाणा के लोकगायक "गगन हरियाणवी" के द्वारा "देश में देश भारत, भारत में हरियाणा", "बाबा कोई ना कोई तो बात हुई होगी", "छन छन बोले न्यू बोले तेरी तागड़ी", "तूने कौन सा सेंट लगाया" आदि गानों पर जमकर नाचे विद्यार्थी |
समापन समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत कर रहे प्रोफेसर अजमेर मलिक, कुलपति चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा ने 40 वर्ष पूर्व के अपने कॉलेज के दिनों को याद करते एवं युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि कला और संस्कृति को उत्कृष्ट बनाने के लिए इस इस तरह के उत्सव से प्रोत्साहन मिलता है | उन्होंने बताया कि पहले केवल जींद और रोहतक के पुरुष कलाकार ही नृत्य विधा में भाग लिया करते थे, उन्हीं कलाकारों ने धीरे-धीरे हरियाणा के सभी जिलों में हरियाणवी नृत्य कला को पहुँचाने में योगदान दिया है |
वर्तमान समय में हरियाणवी गीतों और रागनी को दिल्ली, पंजाब आदि प्रदेशों के साथ विदेशों में भी पहचान मिली है | शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्रों में छात्रों का कॉन्फिडेंस और आत्म-सम्मान इस प्रकार के युवा महोत्सवों में भाग लेने से बढ़ता है | पहले संयुक्त परिवारों में मेलजोल, सहनशीलता, अनुशासन और व्यक्तित्व का समग्र विकास स्वतः होता है |आज के दौर में एकल परिवार के कारण बच्चे इन शिक्षा और संस्कारों से वंचित रह जाते हैं, परंतु स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम कराने से उनके अंदर प्रेम और मेलजोल की भावना का विकास होता है |
युवा उत्सव पुरानी संस्कृति की शिक्षा देने के लिए एक उपयुक्त मंच है, यह अपनी समृद्ध विरासत है | जिस देश के व्यक्ति या समाज अपनी विरासत को भूलते हैं तो उससे देश की पहचान ही समाप्त हो जाती है | युवा उत्सव संस्कृति संवर्धन और समाज में बदलाव लाने के लिए अत्यंत उपयोगी साधन है |
आज के दौर में चिंता, तनाव आदि की समस्या बहुत तेजी से बढ़ रही है, अपनी संस्कृति की शरण ग्रहण करने से हम इस तरह के मनोविकारों से बच सकते हैं |
राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी सांस्कृतिक क्रियाओं के रूप में 8 क्रेडिट का कोर्स सम्मिलित किया गया है, जो आगामी वर्ष 2023 से सभी विश्वविद्यालयों में लागू किया जाएगा | इस कोर्स के माध्यम से बच्चों में अपने कलाकारी रूपी गुणों को बढ़ाने का सुंदर शुभ अवसर प्राप्त होगा | इस अवसर पर उन्होंने चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ० रणपाल सिंह से एक हरियाणवी थिएटर खोलने के लिए आह्वान किया, जो इस क्षेत्र के बच्चों के लिए अत्यंत उपयोगी होगा |
कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक एवं कुलपति डॉ० रणपाल सिंह ने अपने वक्तव्य में पत्रकारों, पुलिस प्रशासन, विभिन्न कॉलेजों से आए प्रधानाचार्यों, इंचार्जों, युवा प्रतिभागियों का स्वागत व अभिनंदन करते हुए बताया कि युवा उत्सव का आयोजन बच्चों द्वारा अपनी संस्कृति की पहचान बढ़ाने के लिए यह एक सराहनीय प्रयास है | हरियाणा राज्य की संस्कृति सभी जिलों की अन्य महत्वपूर्ण कलाओं को प्रदर्शित करने के लिए यह एक सुंदर अवसर है | लुप्तप्राय हो रही साँग जैसी प्राचीन कला को उजागर कर इसे सुंदर बनाने का प्रयास किया गया है | इस कार्यक्रम के माध्यम से नेशनल यूथ उत्सव के लिए मल्टी टैलेंटेड स्क्वाड के रूप में एक टीम तैयार की जाएगी, जो रात- दिन मेहनत करके बच्चों को हरियाणवी संस्कृति के विचार,भाषा, वेशभूषा, रहने का ढंग आदि से अवगत कराने में सहायक होगी |
इस अवसर पर डीएसडब्ल्यू डॉ० जसबीर सुरा ने उच्च शिक्षा विद, कुशल प्रशासक, सामाजिक चिंतक के रूप में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर अजमेर मलिक कुलपति चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा के पहुँचने पर हार्दिक स्वागत व अभिनंदन किया, साथ ही विभिन्न कॉलेज के प्रिंसिपल, इंचार्ज, पार्टिसिपेंट आदि का स्वागत व अभिनंदन किया |
कल आयोजित की गई प्रतियोगिताओं का परिणाम
प्रतियोगिता प्रथम स्थान टीम संख्या द्वितीय स्थान टीम संख्या
1. रसिया ग्रुप डांस 16 13
2. वन एक्ट प्ले
3. हरियाणवी / हिंदी स्किट 12 8
4. ग्रुप डांस जनरल 13 4
5. ग्रुप सॉन्ग हरियाणवी 16 5
6. मिमिक्री 16 17
7. शास्त्रीय वाद्य यंत्र केवल (एनपी) 13 8
8. शास्त्रीय वाद्य यंत्र केवल (पी) 8 13
9. लोक वाद्य एकल हरियाणवी 13 8
10. भारतीय ऑर्केस्ट्रा 16 13
11. क्ले मॉडलिंग 2 13
12. कोलाज 13 4
13. कार्टूनिंग 16 13
14. साँग
15. संस्कृत डिक्लेमेशन 2 13
का आयोजन किया गया |
आज दिनांक 24 दिसम्बर को आयोजित हुई प्रतियोगिताएँ-
हरियाणवी आर्केस्ट्रा, ग्रुप डांस हरियाणवी, वेस्टर्न वोकल सोलो, वेस्टर्न इंस्ट्रुमेंटल सोलो, ग्रुप सॉन्ग वेस्टर्न, ऑन द स्पॉट फोटोग्राफी, इंस्टॉलेशन, बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट, डिबेट, पॉलिटिकल