अयोध्या में श्रीराम मंदिर के गर्भगृह में श्री रामलला मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में आज श्री रामोत्सव का आयोजन
अयोध्या में श्रीराम मंदिर के गर्भगृह में श्री रामलला मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में आज श्री रामोत्सव का आयोजन किया गया। इस शुभ अवसर पर विश्वविद्यालय में विभिन्न कार्यक्रमों के अंतर्गत प्रातः काल यज्ञ, श्रीराम भक्ति भजनों का आयोजन तथा अयोध्या से लाइव टेलीकास्ट आयोजित किया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति डॉ० रणपाल सिंह ने रामोत्सव की बधाई देते हुए कहा कि- इस पावन अवसर पर हम सभी विराट अस्तित्व श्रीराम का स्मरण कर यह आयोजन कर रहे हैं। भारतीय इतिहास के इस गौरवशाली दिन के आप सभी साक्षी है। राम मन्दिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर विश्वविद्यालय ही नहीं अपितु पूरे देश में खुशी का माहौल है। खुशी का माहौल हो भी क्यों नहीं, आज सभी भारत के कण-कण में बसे श्री राम का स्मरण कर रहे हैं। क्योंकि हम सभी वसुधैव कुटुम्बकम् की धारणा में विश्वास रखते हैं। इसी धारणा के साथ विकसित भारत की ओर कदम बढ़ाते हुए हम सब साथ मिलकर अपने संस्कारों को भी साथ लेकर चल रहे हैं। संस्कार होंगे, तो निश्चित ही भारत विश्व में अग्रणी होगा। आज संस्कारों की ही पूरे विश्व को आवश्यकता है और संस्कार देने वाला श्रीराम का व्यक्तित्व अद्भुत और सबका आदर्श है।
अपने उद्बोधन में विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रोफेसर लवलीन मोहन ने कहा कि यह उत्सव आज, कल और भविष्य में भारतीय संस्कृति और सस्कारों को महत्व देते हुए देशवासियों में अनुशासित और मर्यादित जीवन जीने की भावना को और अधिक मजबूत करेगा। वास्तव में रामराज्य की अवधारणा केवल स्वतंत्रता का राजनीतिक अर्थ प्रस्तुत नहीं करती अपितु यह मानव सभ्यता में एक ऐसे राष्ट्र की कल्पना है जिसमें सभी नागरिक मर्यादा में रहकर अनुशासन का पालन करते हैं और आज पूरे विश्व को इसकी जरूरत है। युवा पीढी को भी राम जी के आदर्श व्यक्तित्व की ओर देखने की, उनसे सीख लेने की जरूरत है। आदर्श जीवन की सीख पाकर ही हर नौजवान का जीवन सुन्दर और सार्थक हो सकता है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय परिवार के शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मचारीयों तथा विद्यार्थियों ने उपस्थित रहकर यज्ञ के माध्यम से अपने जीवन में त्याग और कर्तव्य परायणता का संकल्प लिया तथा श्रीराम भक्ति भजनों के माध्यम से अनुशासित और मर्यादित जीवन जीने के लिए प्रतिबद्ध हुए। श्री रामोत्सव कार्यक्रम की संयोजक प्रोफेसर मंजूलता रेढू ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया और रात्रि दीपोत्सव के लिए सभी को दीप भी वितरित किए।