कार्यशाला के चौथे दिन सीपीआर का दिया प्रशिक्षण एवं पोस्टर मेकिंग व भाषण प्रतियोगिता का आयोजन
विश्वविद्यालय में कार्यशाला के चौथे दिन सीपीआर का दिया प्रशिक्षण एवं पोस्टर मेकिंग व भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद के यूथ रेड क्रॉस सेल के द्वारा, महर्षि पतंजलि योगशाला के प्रांगण में दिनांक 20 नवंबर से 24 नवंबर, 2023 तक पांच दिवसीय कैंप कम कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। जोकि यूथ रेड क्रॉस सेल के संयोजक डॉ॰ कुलदीप नारा की अध्यक्षता में किया जा रहा है।
यूथ रेड क्रॉस सेल के अंतर्गत लगाई जाने वाली पांच दिवसीय कार्यशाला में आज सी॰ पी॰ आर॰ के बारे में भी जानकारी दी गई और बताया गया कि किस तरह से हम अपने जीवन में किसी की जान बचा सकते है।
सीपीआर का मतलब है कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन। यह भी एक तरह की प्राथमिक चिकित्सा यानी फर्स्ट एड है। जब किसी पीड़ित को सांस लेने में दिक्कत हो या फिर वो सांस न ले पा रहा हो और बेहोश जो जाए तो सीपीआर से उसकी जान बचाई जा सकती है। बिजली का झटका लगने पर, पानी में डूबने पर और दम घुटने पर सीपीआर से पीड़ित को आराम पहुंचाया जा सकता है। हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा पड़ने पर तो सबसे पहले और समय पर सीपीआर दे दिया जाय तो पीड़ित की जान बचाने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
अगर किसी पीड़ित को दिल का दौरा पड़ जाय तो सबसे महत्वपूर्ण है कि प्राथमिक चिकित्सा देने वाला व्यक्ति खुद ना घबराए और पूरा धैर्य रखे। किसी भी तरह की फर्स्ट एड देने से पहले एंबुलेंस को कॉल करे या फिर हॉस्पिटल को सूचित करे की आप बहुत ही कम समय में हार्ट अटैक के मरीज को लेकर वहां पहुंचने वाले हैं।
पीड़ित के हाल की जांच तुरंत करें। ये देखने की कोशिश करें कि मरीज होश में है कि नहीं। उसकी सांस चल रही है कि नहीं। अगर उसकी सांस चल रही है तो मरीज को आराम से बिठायें और उसे रिलैक्स कराएं। मरीज के कपड़ो