जनसंचार विभाग में संपन्न हुआ एकेडमिक ऑडिट
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद के जनसंचार विभाग द्वारा बुधवार को एकेडमिक ऑडिट करवाया गया। जनसंचार विभाग कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र से प्रोफेसर बिन्दु शर्मा एवं महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय रोहतक से प्रोफेसर हरीश कुमार की उपस्थिति में विभाग का एकेडमिक ऑडिट संपन्न हुआ। डीन एंड चेयरपर्सन प्रोफेसर एस के सिन्हा ने एकेडमिक ऑडिट के लिए आए विशेषज्ञों को विभाग की गतिविधियों का विवरण दिया। संक्षिप्त विवरण के बाद उन्होंने दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों के बारे में ऑडिट टीम को अवगत करवाया । ऑडिट टीम ने कक्षा में जाकर छात्र छात्राओं से वार्तालाप किया और हर तथ्य की बारीकी से जांच की। प्रोफेसर बिन्दु शर्मा और प्रोफेसर हरीश कुमार ने दुसरे तथा चोथे सेमेस्टर के छात्रों से बातचीत की और छात्रों को प्रैक्टिकल कार्य करते समय आने वाली समस्या सुनी प्रोफेसर बिंदु शर्मा ने छात्रों को कहा की मीडिया का क्षेत्र काफी बड़ा है और आज हम सब मीडिया से घिरे हुए हैं आज के समय मे मीडिया इंडस्ट्री मे विज्ञापन इंडस्ट्री, समाचार इंडस्ट्री और जनसंपर्क इंडस्ट्री मे रोजगार के अवसर काफी बढ़ रहे है और आपकी जिसमे रूचि है आप उसमे अच्छा प्रोफेर्मेंस दे सकते है और अपनी स्किल्लिंग को निखार सकते है और प्रोफेसर हरीश कुमार ने छात्रों को डिजिटल मीडिया के बारे मे बताया की आज का युग तकनिकी युग है और आप सभी को जितना टेक्निकल ज्ञान होगा आप उतने ही बढ़िया तरीके से मीडिया की फील्ड मे कार्य कर सकेंगे प्रोफेसर हरीश ने चोथे सेमेस्टर के छात्रों को कहा की आपको अभी इंटर्नशिप पर जाकर काफी सीखना है और आप सभी अलग अलग प्लेटफार्म पर कार्य करेंगे और आपको सोशल मीडिया पर जिसमे आपकी रूचि हो उससे संबंधित कंटेंट देखना चाहिए और इससे आपको मीडिया मे किस तरीके से कार्य होता है उसकी बारे मे भी पता चलेगा जिससे आप अपने विषय पर पकड़ बना सकते हैं प्रोफेसर बिन्दु शर्मा एवं प्रोफेसर हरीश कुमार ने विभाग के छात्रों के द्वारा किए गए प्रैक्टिकल कार्यों की सहारना की और कहा की इतने कम संसाधनों में भी विभाग बहुत अच्छा कार्य कर रहा है ऑडिट के दौरान एक विचार मंथन सत्र हुआ जिसमें ऑडिट टीम के साथ विभाग के सदस्यों ने रिपोर्ट के विभिन्न बिंदुओं जैसे पाठ्यक्रम, छात्रों की उपलब्धि, छात्र शिक्षक अनुपात, आध्यात्मिक गतिविधियों में छात्रों की भागीदारी कौशल विकास आदि पर विचार विमर्श किया। अवलोकन और बातचीत के आधार पर ऑडिट टीम ने विभाग में स्टूडियो, इंडस्ट्री के साथ एम् ओ यु करे और भविष्य मे न्यू एजुकेशन पालिसी के तहत जनसंचार विषय मे स्तान्त्कोत्र व स्किल से संबंधित कोर्स और सब छात्रों के लिए इंटर्नशिप को जरूरी करने से संबंधित इत्यादि के सुझाव दिए। डीन एंड चेयरपर्सन प्रोफेसर एस के सिन्हा ने कहा कि एकेडमिक ऑडिट जैसी गतिविधियां विभाग में जरूरी है जिससे समय के साथ होते रहना चाहिए और जनसंचार विभाग स्किल्लिंग विभाग है और एकेडमिक ऑडिट से हम जनसंचार विभाग मे क्या बदलाव कर सकते हैं और किस तरह से बच्चों को स्किल्लिंग की तरफ आगे बड़ा सकते हैं उसके बारे मे भी जानकारी मिलती है और एकेडमिक ऑडिट के द्वारा पाठ्यक्रम एवं अतिरिक्त सह पाठयक्रम गतिविधियों को मजबूत किया जा सकता है। प्रोफेसर एस के सिन्हा ने ऑडिट टीम से कहा की जनसंचार विभाग में हम अस्सी प्रतिशत स्किल्लींग पर और बीस प्रतिशत थ्योरी पर फोकस कर रहे है ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चों को इंटर्नशिप मे भेजा जा सके और यहाँ जल्दी ही स्टूडियो का निर्माण किया जाएगा और जितने भी सुझाव एकेडमिक टीम ने दिए है उन सब पर जल्दी कार्य किया जाएगा जिससे बच्चों के करियर में कोई परेशानी ना आए और एकेडमिक ऑडिट के दौरान सभी शिक्षक व छात्र उपस्थित रहे|