ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल द्वारा 9 अक्टूबर से 14 अक्टूबर, 2023 तक महिंद्रा प्राइड क्लासरूम कार्यशाला का संचालन किया
October 16, 2023
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद की ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल द्वारा 9 अक्टूबर से 14 अक्टूबर, 2023 तक महिंद्रा प्राइड क्लासरूम कार्यशाला का संचालन किया जा रहा है।
इस कार्यशाला में प्रशिक्षक मनीष अरोड़ा को नांदी फाउंडेशन द्वारा नियुक्त किया गया है। इस प्रशिक्षण में राजनीति शास्त्र एवं इतिहास विभाग के कुल 50 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
कुलपति डॉ० रणपाल सिंह ने ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग को बधाई दी कि वे नित्य प्रति विद्यार्थियों के विकास के लिए कोई ना कोई कार्यक्रम करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की प्लेसमेंट को सुनिश्चित करने के लिए विश्वविद्यालय को जो भी प्रयास करने होंगे, उसके लिए वे अपने पूर्ण प्रयास करते रहेंगे।
कुलसचिव प्रो० लवलीन मोहन ने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की एवं उनके सर्वोन्मुख विकास के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सभी प्रयास किए जाने का आश्वासन दिया।
इस प्रशिक्षण में विद्यार्थियों को जीवन जीने की कला जैसे कि मैं विशिष्ट हूं, डिजिटल युग में अपनी पहचान कैसे बनाएं, किस प्रकार विकट परिस्थितियों में सोचें एवं उनका समाधान निकाले, यदि कार्यस्थल पर किसी प्रकार का विवाद हो जाए, तो उसे कैसे सही किया जाए आदि प्रशिक्षणों की जानकारी विद्यार्थियों ने प्राप्त किया।
सॉफ्ट साल प्रशिक्षण में विद्यार्थियों को बॉडी लैंग्वेज, प्रोफेशनल ग्रूमिंग, गोल सेटिंग, समय-प्रबंधन, धन-प्रबंधन, प्रोफेशनल एथिक्स आदि का प्रशिक्षण दिया गया।
भाषा का सदुपयोग जीवन में सफलता का मूल मंत्र है। विद्यार्थियों को कम्युनिकेशन स्किल्स में अंग्रेजी भाषा में बोलना व प्रोफेशनल कम्युनिकेशन की विस्तृत जानकारी दी गई। विद्यार्थियों को प्रतिभागिता के द्वारा इस कला में दक्ष बनाया गया। इसके पश्चात विद्यार्थियों को इंटरव्यू देने की कला सिखाई गई। ताकि विद्यार्थी सरकारी, कॉरपोरेट या अन्य किसी भी नौकरी के लिए आवेदन करें तो उसमें साक्षात्कार के दौरान उन्हें किसी कठिनाई का सामना न करना पड़े, इसके लिए उन्हें पर्याप्त अभ्यास कराया गया।
प्रशिक्षक मनीष अरोड़ा ने कहा कि किताबी ज्ञान के साथ-साथ विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम में भाग लेना आवश्यक हैं। इस प्रकार के कार्यक्रमों के द्वारा ही विद्यार्थी अपने निजी एवं व्यावसायिक जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
कुलपति डॉ० रणपाल सिंह ने ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग को बधाई दी कि वे नित्य प्रति विद्यार्थियों के विकास के लिए कोई ना कोई कार्यक्रम करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की प्लेसमेंट को सुनिश्चित करने के लिए विश्वविद्यालय को जो भी प्रयास करने होंगे, उसके लिए वे अपने पूर्ण प्रयास करते रहेंगे।
कुलसचिव प्रो० लवलीन मोहन ने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की एवं उनके सर्वोन्मुख विकास के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सभी प्रयास किए जाने का आश्वासन दिया।
इस प्रशिक्षण में विद्यार्थियों को जीवन जीने की कला जैसे कि मैं विशिष्ट हूं, डिजिटल युग में अपनी पहचान कैसे बनाएं, किस प्रकार विकट परिस्थितियों में सोचें एवं उनका समाधान निकाले, यदि कार्यस्थल पर किसी प्रकार का विवाद हो जाए, तो उसे कैसे सही किया जाए आदि प्रशिक्षणों की जानकारी विद्यार्थियों ने प्राप्त किया।
सॉफ्ट साल प्रशिक्षण में विद्यार्थियों को बॉडी लैंग्वेज, प्रोफेशनल ग्रूमिंग, गोल सेटिंग, समय-प्रबंधन, धन-प्रबंधन, प्रोफेशनल एथिक्स आदि का प्रशिक्षण दिया गया।
भाषा का सदुपयोग जीवन में सफलता का मूल मंत्र है। विद्यार्थियों को कम्युनिकेशन स्किल्स में अंग्रेजी भाषा में बोलना व प्रोफेशनल कम्युनिकेशन की विस्तृत जानकारी दी गई। विद्यार्थियों को प्रतिभागिता के द्वारा इस कला में दक्ष बनाया गया। इसके पश्चात विद्यार्थियों को इंटरव्यू देने की कला सिखाई गई। ताकि विद्यार्थी सरकारी, कॉरपोरेट या अन्य किसी भी नौकरी के लिए आवेदन करें तो उसमें साक्षात्कार के दौरान उन्हें किसी कठिनाई का सामना न करना पड़े, इसके लिए उन्हें पर्याप्त अभ्यास कराया गया।
प्रशिक्षक मनीष अरोड़ा ने कहा कि किताबी ज्ञान के साथ-साथ विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम में भाग लेना आवश्यक हैं। इस प्रकार के कार्यक्रमों के द्वारा ही विद्यार्थी अपने निजी एवं व्यावसायिक जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
विद्यार्थियों ने बताया कि यह प्रशिक्षण उनके जीवन की दशा एवं दिशा बदलने में बहुत महत्वपूर्ण है। ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट डायरेक्टर डॉ अनुपम भाटिया ने कहा कि वह नांदी फाउंडेशन पंजाब एवं हरियाणा के संयोजक तरुण शर्मा एवं प्रशिक्षक मनीष अरोड़ा का हार्दिक धन्यवाद करते हैं जिन्होंने विद्यार्थियों को इतना उत्तम ज्ञान प्रदान किया।