मनोविज्ञान विभाग द्वारा ‘शोध समस्या का चयन’ विषय पर एक विस्तृत व्याख्यान का आयोजन किया गया
आज चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद के मनोविज्ञान विभाग द्वारा 'शोध समस्या का चयन' विषय पर एक विस्तृत व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर सी आर ड्रोलिया, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र ने शिरकत की। उनके विश्वविद्यालय पहुँचने पर विभागाध्यक्ष डॉ० सुनील फोगाट व प्रभारी डॉ० अलका सेठ ने उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति डॉ० रणपाल सिंह ने कहा कि एक सफल शोध प्रक्रिया के लिए सही समस्या का चयन बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह समस्या शोधकर्ता को उच्चतम मानकों तक पहुँचने के लिए मार्गदर्शन करती है और शोध प्रयास को सफल बनाने में मदद करती है। एक अच्छी शोध समस्या का चयन या निर्माण शोध अध्ययन के लिए एक निवेश की तरह होता है।
अपने उद्बोधन में कुलसचिव प्रोफेसर लवलीन मोहन ने कहा कि शोध कार्य के लिए शोधार्थी को शोध उद्देश्यों की स्पष्टता अवश्य होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक स्पष्ट समस्या विवरण और शोध प्रश्न अध्ययन के लिए मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। अतः शोधार्थी यह सुनिश्चित करें कि उनके उद्देश्य विशिष्ट (specific), मापनीय (measurable), प्राप्नीय (achievable), संबंधित (relevant) और समय-सीमित (time-bound) होने चाहिए।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रोफेसर ड्रोलिया ने अपने वक्तव्य में बताया कि शोधकर्ता को शोध कार्य हेतु एक बड़ा विषय क्षेत्र चुनना चाहिए। उसे उस विषय क्षेत्र में गहरी रुचि भी होनी चाहिए। मुख्यतः शोध समस्या, किसी समस्या, विशेष कार्यक्रम या घटना के अध्ययन पर आधारित होती है। चयनित क्षेत्र ऐसा होना चाहिए, जिसमें शोधकर्ता मौलिकता का अच्छा निर्णय प्रदर्शित कर सकें। मुख्य विषय क्षेत्र के चयन के पश्चात् उप विषय का चयन करना चाहिए और चयन की जा रही शोध समस्या से संबंधित शोध प्रतिवेदन, शोध आलेखों, शोध प्रबंधों का व्यापक अवलोकन और समीक्षा की जानी चाहिए। शोध समस्या के चयन के समय शोध उद्देश्यों का स्पष्ट होना अनिवार्य है। उन्होंने स्वयं की रिसर्च की यात्रा के उदाहरण भी विद्यार्थियों को दिए। छात्रों ने कार्यक्रम के अंत में बहुत से प्रश्न पूछकर अपनी जिज्ञासा प्रकट की। इस संदर्भ में, वक्ता ने उनके प्रश्नों का उत्तर देकर उनकी जिज्ञासा को शांत किया।
कार्यक्रम के अंत में डॉ० अलका सेठ ने मुख्य वक्ता के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया। इस कार्यक्रम में मनोविज्ञान विभाग के सभी प्राध्यापकों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर ममता, प्रियंका, तमन्ना, मुकेश व डॉ० रीना उपस्थित रहे।