“रिसेंट ट्रेंड एंड एडवांस इन फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स साइंस” विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद में शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा “रिसेंट ट्रेंड एंड एडवांस इन फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स साइंस” विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया।
जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में महाभारत धारावाहिक में युधिष्ठिर के पात्र को अपने अभिनय से जीवित करने वाले श्री गजेंद्र चौहान माननीय कुलपति पंडित लख्मीचंद स्टेट विश्वविद्यालय परफॉर्मिंग एंड विजुअल आर्ट रोहतक से उपस्थित रहे।
उनके साथ साथ मुख्य वक्ता के तौर पर भारत में शारीरिक शिक्षा के पितामह कहे जाने वाले रिटायर प्रोफेसर एम एल कमलेश फॉर्मर कुलपति एलएनआईपीई तिरुवंतपुरम केरला और उनके साथ मिस्टर स्टीवन क्रिश्चियन स्कूल ऑफ साइकोलॉजी वेल्डिंग ऑस्ट्रेलिया और मिस्टर अवधेश नेशनल यूनिवर्सिटी फिजी से उपस्थित रहे उनके साथ साथ गरिमामय उपस्थिति विश्वविद्यालय कुलपति डॉ. रणपाल सिंह, कुलसचिव प्रोफ़ेसर लवलीन मोहन , डीन एकेडमिक अफेयर प्रोफेसर एसके सिन्हा और डॉक्टर कुलदीप नारा, कार्यक्रम सम्मेलन के संयोजक और विभागाध्यक्ष, शारीरिक शिक्षा विभाग रहे।
आज के सम्मेलन में 91 शोध पत्र अलग-अलग विषय के प्रस्तुत किए गए जिसमें शोधार्थियों ने अपने शोध के अनुभव के आधार पर निष्कर्षों को सभी के साथ साझा किया।
इसके साथ-साथ शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान रखने वाले प्रोफेसर आरपी अहलावत सेंट्रल विश्वविद्यालय हरियाणा, प्रोफेसर निशान सिंह पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला, प्रोफेसर जेपी शर्मा दिल्ली विश्वविद्यालय, प्रोफेसर ललित शर्मा दिल्ली विश्वविद्यालय , प्रोफेसर ईश्वर मलिक सीडीएलयू सिरसा, प्रोफेसर शालिनी सिंह डिपार्टमेंट ऑफ़ साइकोलॉजी एमडीयू रोहतक से उपस्थित रहे।
मुख्य वक्ता के तौर पर प्रोफेसर एम एल कमलेश ने बताया कि शारीरिक दक्षता हमारे समाज के प्रत्येक व्यक्ति और खिलाड़ी के लिए अति आवश्यक है। उन्होंने बताया कि शारीरिक दक्ष व्यक्ति हमारे इतिहास के काल में हमेशा अग्रणी रहा है तो आज हमें मनोवैज्ञानिक दक्षता की भी जरूरत है।
उसके बाद ऑस्ट्रेलिया से जुड़े मिस्टर स्टीवन क्रिश्चियन ने बताया कि भारत में खिलाड़ियों को फिजिकल ट्रेनिंग के साथ-साथ मनोवैज्ञानिक ट्रेनिंग से जोड़ा गया और रीसेंट ट्रेंड में जो परफॉर्मेंस चेकर है उसके बारे में ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड के जरिए खिलाड़ियों का बताया जाए ताकि वह अपनी बेहतरीन परफॉर्मेंस दे सके। इसके साथ-साथ इस आयोजन के लिए शारीरिक शिक्षा विभाग सीआरएसयू जींद का आभार प्रकट करते हुए उनकी भूरी भूरी प्रशंसा की।