विधि स्नातक पंचवर्षीय कोर्स में दाखिला लेने का अन्तिम मौका पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दाखिला
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जीन्द विधि स्नातक पंचवर्षीय कोर्स में दाखिला लेने का अन्तिम मौका पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दाखिला
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जीन्द को 1 सितम्बर, 2023 को एडवोकेट्स एक्ट 1961 के तहत विधि विभाग की मान्यता प्रदान की गयी थी। बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने त्रिवर्षीय एलएलबी और पंचवर्षीय बीए एलएलबी (ऑनर्स) के लिए मंजूरी दी गई तथा इसी सत्र में ही दाखिले की प्रक्रिया शुरू करके कोर्स को चलाने की अनुमति प्रदान की गई है।
अब विश्वविद्यालय की तरफ से बीए एलएलबी पंचवर्षीय कोर्स में दाखिले के लिए एक अन्तिम मौका और दिया गया है जिसमें इच्छुक विद्यार्थी पहले आओ पहले पाओ के आधार पर 16 अक्टूबर, 2023 तक दाखिला ले सकते है।
पांच वर्षीय एलएलबी एक एकीकृत कानून पाठ्यक्रम है, जहां छात्र-छात्राओं को दो बार स्नातक की पढ़ाई नहीं करनी पड़ती है, यानी किसी भी स्ट्रीम में 3 साल की स्नातक और फिर तीन साल की कानून की पढ़ाई करनी पड़ती है। इस मामले में, उम्मीदवार को 5 वर्षों में पाठ्यक्रम पूरा करने पर बीए एलएलबी की डिग्री दी जाती है। पहले, बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने पांच साल के एलएलबी कोर्स को करने के लिए 20 साल की उम्र सीमा तय की थी, लेकिन वर्ष 2017-18 से सुप्रीम कोर्ट की आलोचना के बाद उम्र सीमा 20 से बढ़ाकर 22 साल कर दी गई।
बीए एलएलबी कोर्स करने बाद आप वकील बनने के अलावा शिक्षा, वाणिज्य और उद्योग, राजनीति की फील्ड में भी बेहतर कर सकते हैं। लॉ की पढ़ाई करने से मिले ज्ञान और कौशल छात्रों को मजबूत तर्क और महत्वपूर्ण सोच के आधार पर समाधान तैयार करने की सुविधा प्रदान करते हैं। कई लॉ ग्रेजुएट्स विभिन्न इंडस्ट्री में सफल हो जाते हैं। कानून की डिग्री के बाद नौकरी की सुरक्षा की संभावना बढ़ जाती है। एलएलबी करने के बाद आप सरकारी विभागों में कानूनी सलाहकार भी बन सकते हैं। बड़ी-बड़ी कंपनियों और संस्थानों में लीगल एडवाइजर के तौर पर काम कर सकते हैं। एलएलबी की पढ़ाई के बाद आप पीसीएस का एग्जाम देकर कोर्ट में जज भी बन सकते हैं। राजनीति या राजनीतिक पार्टियों के लिए आप कानूनी सलाहकार के तौर पर भी जुड़ सकते हैं। एलएलबी के बाद आप मीडिया में लीगल रिपोर्टर बन सकते हैं।
इसी वर्ष 2023 से विश्वविद्यालय ने स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर काफी नए कोर्स शुरू किए। फौरन लैंग्वेज पी॰जी॰ डिप्लोमा इन स्पैनिश लैंग्वेज एण्ड कल्चर, पी॰जी॰ डिप्लोमा इन फ्रेंच लैंग्वेज एण्ड कल्चर और डिप्लोमा इन डिजिटल फॉरेंसिक का कोर्स भी शुरू किए है जो हरियाणा प्रदेश के छात्र-छात्राओं के लिए बहुत बड़ी सौगात है। जिसमें भविष्य के रोजगार छिपे हुए हैं।