विश्वविद्यालय का गौरव होते हैं विद्यार्थी : डॉ० रणपाल सिंह
विश्वविद्यालय का गौरव होते हैं विद्यार्थी : डॉ० रणपाल सिंह
सी.आर.एस.यू के जनसंचार विभाग में पूर्व छात्रों ने साझा किए अपने अनुभव-
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद के जनसंचार विभाग में सोमवार को पूर्व छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया। जनसंचार विभाग के इतिहास में यह पहली बार हुआ जब विभाग में पूर्व छात्रों ने वर्तमान छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा किए और उन्हें जीवन में अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरित किया। सम्मेलन की शुरुआत में जनसंचार विभाग के पूर्व होनहार छात्र मनजीत, प्रदीप और मोहित की याद में मौन रखा गया। पूर्व छात्र सम्मेलन के अवसर पर जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एस.के. सिन्हा ने छात्रों के बीच अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा सी.आर.एस.यू की संस्कृति अन्य संस्थाओं से भिन्न है, इसलिए आज जनसंचार विभाग के छात्र विभिन्न मीडिया संस्थानों में कार्य कर रहे हैं व विभिन्न छात्र अपना व्यवसाय शुरू कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि जब विश्वविद्यालय में जनसंचार विभाग की शुरुआत की गई थी तब यह कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी का रीजनल सेंटर था विश्वविद्यालय बनने के बाद जनसंचार विभाग के बारे में जींद में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को पता चला और जनसंचार के कोर्स के बारे मे जागरूकता आई। यह विभाग केवल पत्रकारिता क्षेत्र से ही जुड़ा हुआ नहीं है बल्कि इसमें विभिन्न प्रकार के क्षेत्र जुड़े हुए हैं जैसे फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, वीडियो एडिटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, फिल्म मेकिंग आदि और हमने इस बार जनसंचार में स्नातक का कोर्स प्रारंभ किया है और हम सभी मिलकर विभाग को आगे बढ़ाएंगे ताकि देश को अच्छे पत्रकार, फिल्ममेकर, एंकर, लेखक आदि मिल सकें।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ० रणपाल सिंह ने कहा कि विद्यार्थी हमेशा विश्वविद्यालय का गौरव होते हैं और हमेशा विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाने में छात्रों का अहम योगदान होता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय हर साल पूर्व छात्र सम्मेलन करवाने की कोशिश करेगा।
जनसंचार विभाग के छात्रों के साथ विजेंद्र कुमार, नवीन कुमार, प्रदीप श्योकन, रितु ,प्रीति ,वासु गौर, दीपक अरोड़ा, ट्विंकल संधू , पूनम खटकड़, प्रदीप कुमार, बलविंदर आदि ने अपने विचार प्रकट किये। जनसंचार विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ० बलराम बिंद ने सभी विद्यार्थियों का विश्वविद्यालय पहुँचने पर धन्यवाद किया। इस सम्मेलन के दौरान विभाग के पूर्व और वर्तमान छात्र और सहायक प्राध्यापक मौजूद रहे।