हम जो कुछ भी करते हैं वह दिल से आता है’- यूथ रेडक्रॉस
’हम जो कुछ भी करते हैं वह दिल से आता है’- यूथ रेडक्रॉस
विश्वविद्यालय में पांच दिवसीय यूथ रेडक्रॉस शिविर का समापन
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में यूथ रेड क्रॉस द्वारा पांच दिवसीय शिविर का समापन किया गया इसमें अलग-अलग कॉलेजों और संस्थाओं से लगभग सौ स्वयंसेवकों ने भाग लिया। कार्यक्रम समन्वयक डॉ॰ कुलदीप नारा ने पांच दिवसीय कॉलेज स्तरीय यूथ रेड क्रॉस कार्यक्रम की अंतिम दिन रूपरेखा स्पष्ट की तथा विभिन्न कॉलेजों से आए प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के समापन समारोह में मुख्य अतिथि कुलपति डॉ॰ रणपाल रहे। उन्होंने यूथ रेड क्रॉस समापन समारोह के अवसर पर विभिन्न कॉलेजों से आए प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया और उन्होंने वर्ष 2023 के लिए विश्व रेड क्रॉस की थीम ’हम जो कुछ भी करते हैं वह दिल से आता है’ का जिक्र करते हुए कहा कि यूथ रेड क्रॉस का स्वयंसेवक हर कठिन समय में बढ़ चढ़कर भाग लेते हैं। "हम जो कुछ भी करते हैं, वह दिल से आता है" एक वाक्य है जो सामान्यत: एक व्यक्ति या समूह की प्रतिबद्धता, समर्पण, और ईमानदारी को दर्शाता है। इसमें एक आत्म-आदर्श और सच्चाई का भाव होता है, जिससे स्पष्ट होता है कि कोई व्यक्ति या समूह अपने क्रियाओं को दिल से, उत्साह से, और समर्पण से कर रहा है।
इसका क्रियान्वयन विभिन्न संदर्भों में प्रयुक्त हो सकता है, जैसे कि सकारात्मक क्रियाएं करते समय, किसी कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त करते समय, या सेवा के क्षेत्र में, इनका का दृष्टांत आज के समय की प्रासांगिकता में देखने को बनता है। रेडक्रॉस के स्वयंसेवक हमेशा समाज में लोगों की सहायता के लिए तत्पर रहते हैं, लोगों को समय-समय पर हर प्रकार की कुरीतियों से अवगत करवाते हैं और नशे जैसी बुराइयों से दूर रहने के लिए लोगों में जागरूकता अभियान चलाते हैं जो निस्वार्थ रूप से संकट में लोगों की मदद करते हैं, करुणा और दया की सच्ची भावना का प्रदर्शन करते हैं।
रेडक्रॉस सचिव रवि हुड्डा ने चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद में शिविर की प्रशंसा की इस मौके पर विभिन्न कॉलेजों से आए काउंसलर डॉ॰ संदीप बूरा, डॉ॰ राजेश श्योकद, जयपाल सिंह, श्रीमती रविंद्र, श्रीमती सुदेश, श्री भगवानदास, डॉ॰ मनोज कुमार, डॉ॰ सुषमा, श्री संदीप सिंह, विजेंद्र कुमार, आचार्य सूर्य देव जी, महावीर जी व श्रीमती सरोज कुंडू रहे।