ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के द्वारा एक सेमिनार कम वर्कशॉप आयोजित
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद के सी. वी. रमन ब्लाक के डॉ. हरी चंद मिड्डा मेमोरियल ऑडिटोरियम में ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के द्वारा एक सेमिनार कम वर्कशॉप आयोजित किया गया l
वर्कशॉप में (MOFPI) मिनिस्ट्री ऑफ़ फ़ूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज ऑफ़ गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया के द्वारा संचालित प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज (PMFME) स्कीम के बारे में MSME, ऑफिस, जींद व SPMU, पंचकुला के द्वारा विश्वविद्यालय व विभिन्न कॉलेजों से आये विद्यार्थिओंको PMFME गवर्नमेंट लोन स्कीम के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी गई l
श्री प्रदीप शर्मा ने फ़ूड प्रोसेसिंग में MSME द्वारा विभिन्न योजनाओ कि जानकारी दी गई l उन्होंने बताया कि किस प्रकार MSME के अंतर्गत स्वरोजगार के लिए आवेदन किया जाता है l इसमें किस प्रकार मशीनरी दिलवाना, बैंक से कर्ज दिलवाना, बैंक लोन पर सबसिडी आदि कि विस्तार पूर्वक जानकारी दी l
श्री राकेश कुमार जिला रिसोर्स पर्सन, MSME ने कहा कि वे एक एक व्यक्ति का आवेदन स्वयं की निगरानी में कराएं, ताकि आवेदक से न तो किसी प्रकार की गलती हो, न ही वे गलत हाथो में जा कर ठगे जाये l
रूरल प्लस जींद के श्री राजबीर शर्मा ने विद्यार्थियों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया l उन्होंने बताया कि वो स्वरोजगार से किस प्रकार उन्नति कर रहे है l उन्होंने जींद में शुरू किये जा सकने वाले विभिन्न स्वरोजगार के विकल्पों के बारे में बताया l
ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट के निदेशक डॉ अनुपम भाटिया ने विद्यार्थियों को कम होती नोकरियो के बारे में बताया एवं स्वरोजगार ले लिए प्रेरित किया l उन्होंने कहा कि भारत को सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है, परन्तु भारत को सबसे अधिक स्वरोजगार वाला देश बनाना पड़ेगा, तभी भारत देश उन्नत देशो कि श्रेणी में शामिल होगा l आज के युग में स्वरोजगार ही सच्ची राष्ट्र सेवा है l
इस सेमिनार में लगभग दो 200 बच्चों ने अपनी प्रतिभागिता कि जो कि विश्वविद्यालय से एवं विश्वविद्यालय से संबंधित कॉलेजों से आए हुए थे l
विश्वविद्यालय कुलपति डॉ रणपाल सिंह एवं कुलसचिव प्रोफेसर लवलीन मोहन ने अपने संदेश में ऑनलाइन माध्यम से कहा विद्यार्थियों को भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई सूक्ष्म एवं लघु उद्योग स्थापित करने की पहल की गई है एवं उनके लिए सहयोग राशि जो कि 10- लाख 10 करोड़ तक है का इस्तेमाल करके स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए l
इस सेमिनार के आयोजन के लिए उन्होंने डॉक्टर अनुपम भाटिया डायरेक्टर ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल का उत्साह वर्धन किया एवं विद्यार्थियों को अपनी शुभकामनाएं दी l