नॉर्थ जोन पुरुष हैंडबॉल प्रतियोगिता का समापन
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद में चल रहे नॉर्थ जोन पुरुष हैंडबॉल प्रतियोगिता के अंतिम दिन भी कड़े मुकाबले देखने को मिले! अंतिम दिन पारितोषिक वितरण समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में अर्जुन अवॉर्डी, पदमश्री चांदराम जी और विशेष अतिथि के रुप में विश्वविद्यालय परीक्षा नियंत्रक डॉ राजेश बंसल जी ने सिरकत की।
पदमश्री चाँदराम जी को उस समय की प्रधान मन्त्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने उन्हें विशेष भेंट देकर सम्मानित किया था। उन्होंने अपने जीवन काल की मेहनत, लगन और जनून के बारे को बताते हुए कहा कि हमारे समय में इतने अच्छे संसाधन नही होते थे और कई बार तो खाना भी अच्छा नही मिलता था उस टाइम इतने पैसे नही होते थे की हम बाहर जा सके और ना इतनी इज्ज़ाज़त होती थी की हम बाज़ार में जा के कुछ खा सके! लेकिन मुझे खुद को साबित करना था और देश के लिए गोल्ड जितना था! उस समय टीवी चैनल नही होते थे परंतु प्रेस होती थी तो उन्हें भी यह विश्वास था की मुझे एशियाड खेलो में गोल्ड मिलेगा क्युकी उन्हें मेरे खेल और मेरे जनून पर विश्वास था पदमश्री चाँदराम जी जुनून के बारे में समझाते हुए बताया कि जूनून वह होता है जो खिलाडी के अंदर खेल के प्रति संपूर्ण समर्पण पैदा करें और खेल के प्रति ईमानदारी और लक्ष्य पर ध्यान दिलवाए। उन्होंने कहा कि मैंने अपने समय में बहुत सारे प्रतियोगिता खेली, लेकिन कभी हार नहीं मानी और उस समय की परिस्थितियों का डटकर मुकाबला किया जिससे मुझे आगे चलकर एशियाड खेलों में और ओलंपिक्स में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला और बहुत सारे मैडल भी जीते। खिलाड़ियों में अपने खेल के प्रति जुनून, इमानदारी और खेल भावना का होना बहुत जरूरी है ताकि आगे चल वह भी अपने देश का प्रतिनिधित्व कर सकें और दूसरों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने।
अंत में उन्होंने ने कहा आज के समय खेल के महत्व को समजें, खेल को आजीविका संसाधन के रूप में चयन करें विश्वविद्यालय खेल निदेशक डॉ नरेश देशवाल मुख्य अतिथि और विशेष अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट कर के समानित किया।
सीआरएसयू जींद और गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय हिसार के बीच बहुत ही कड़ा मुकाबला देखने को मिला दोनों टीमों ने जीत के लिए अपनी पूरी जी जान लगा दी। पहले हाफ में बराबरी पर चलने के बाद अगले हॉफ मे सीआरएसयू जींद ने कड़े मुकाबले में गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय हिसार को 22-19 के अंतर से मात दी।
अंतिम मुकाबले में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र और पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के बीच बहुत ही शानदार मैच देखने को मिला दोनों ही टीमों ने अपनी संपूर्ण समर्पण के साथ मैच खेला और मैच के दौरान दोनों टीमों का जोस देखने को बनता था। हाफ़ टाइम तक दोनों टीमों में सिर्फ दो अंक का अंतर था। अगले हाफ टाइम में मुकाबला और भी कड़ा देखने को मिला। खिलाड़ियों के साथ-साथ दर्शकों का भी जोश देखने को मिला। अंत में पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को 21-19 के अंतर से हराया।
इस प्रतियोगिता में
पहले स्थान पर पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला,
दूसरे स्थान पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र
तीसरे स्थान पर चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद रहा।
मंच का संचलान डॉ वीरेंदर आचार्य ने किया। इस मोके पर स्टेट ऑफिसर, डॉ अजमेर सिंह, डॉ संगीता, डॉ संदीप पुरवा, डॉ राजेश, डॉ अरुण यादव, दलबीर जी, अजमेर कोच, चिराग ढांडा, परवीन कोच आदि मुख्य रूप से मोजूद रहे।