पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर एक दिवसीय स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर एक दिवसीय स्वास्थ्य जांच शिविर में पाँच सफेद जहर से परहेज करने की दी सलाह- डॉ० अनिल जैन
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर एक दिवसीय स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन विश्वविद्यालय के पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्वास्थ्य केन्द्र में किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा के समक्ष दीप जलाकर एवं पुष्प अर्पित कर कुलपति डॉ० रणपाल सिंह, कुलसचिव प्रोफेसर लवलीन मोहन के द्वारा किया गया।
प्रोफेसर संजय कुमार सिन्हा निदेशक पंडित दीनदयाल उपाध्याय केंद्र ने बताया कि पंडित जी का पूरा जीवन राष्ट्र को समर्पित रहा है। पंडित जी की समाजवाद एवं राष्ट्रवाद को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने भी लोकहित के लिए समय-समय पर काफी योजनाएं शुरू की। जैसे- दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना, दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय उपचार योजना आदि। उन्होंने बताया कि देश के गरीब से गरीब व्यक्ति के जीवन स्तर को ऊपर उठाकर एक साथ देशहित में काम करना ही समाजवाद है।
कार्यक्रम को जारी रखते हुए डॉ० जितेन्द्र कुमार, उप-निदेशक, पंडित दीनदयाल उपाध्याय केन्द्र ने अपने वक्तव्य में बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का चिंतन शाश्वत विचारधारा से जुड़ता है। इसके आधार पर वह राष्ट्रभाव को समझाने का प्रयास करते हैं। एकात्म मानव और अन्त्योदय जैसे दर्शन हमारी ऋषि परंपरा से जुड़ते हैं, जिसके केंद्र में व्यक्ति या सत्ता नहीं है। इसमें व्यक्ति, मन, बुद्धि, आत्मा सभी का महत्व है। प्रत्येक जीव में आत्मा का निवास होता है, आत्मा को परमात्मा का अंश माना गया है। उनका मानना था कि जहां समाज का हित हो तो परिवार का हित छोड़ देना चाहिए और जहां देश का हित हो तो समाज का हित छोड़ देना चाहिये।
इस अवसर पर डॉ० अनिल जैन ने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर आपके भोजन में पोषक तत्वों का होना जरूरी है लेकिन न चाहते हुए भी हम फास्ट-फूड, चाइनीज, प्रोसेस्ड फूड का सेवन कर ही रहे हैं। वो भी थोड़ा नहीं बल्कि बहुत ज्यादा मात्रा में। इस सभी फूड आइटम्स को बनाने के लिए ज्यादातर पाँच सफेद जहरों का प्रयोग होता है 1. नमक 2. चीनी 3. मैदा 4. अजीनोमोटो 5. चावल। खास बात यह है कि प्रोसेस्ड फूड में इन सभी चीजों की मात्रा बहुत खतरनाक स्तर तक होती है। इनका ज्यादा सेवन न केवल कैंसर, टाइप-2 डायबिटीज, मोटापा, हार्ट अटैक, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का कारण बन रहा है, बल्कि व्यक्ति की उम्र कम से कम 10 साल कम हो रही है। डॉ० अनिल जैन, मीनाक्षी जैन हॉस्पिटल के सहयोग से लगाया गया। जिसमें मीनाक्षी जैन हॉस्पिटल के संस्थापक डॉ अनिल जैन एवं उनकी टीम रही। इस जांच शिविर में 60 ई.सी.जी., 100 शुगर जांच, 250 ओ.पी.डी., 126 ब्लड टेस्ट किये गए। डॉ० अनिल जैन ने स्वास्थ्य जांच शिविर की सरहाना करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय में ऐसे शिविरों का होते रहना बहुत आवश्यक बताया और वे भविष्य में भी ऐसे जाँच शिविर में पूरा सहयोग करते रहेंगें। उनकी टीम में डॉ० संदीप शर्मा, डॉ० वंदना, डॉ० रामचंद्र , डॉ० पुनीत, डॉ० अरिन मोर, डॉ० प्रवीण, श्रीमती निशा फार्मासिस्ट सहायक चिकित्सक के रूप पुरे दिन विश्वविद्यालय में कर्मचारियों एवं विद्याथिर्यो की जाँच की। स्वास्थ्य जाँच शिविर में पूर्वाहन 02:30 बजे तक 250 से ज्यादा लोगों की मुफ़्त जाँच की गई।
इस कार्यक्रम में प्रोफेसर संजय कुमार सिन्हा, निदेशक, पंडित दीनदयाल उपाध्याय केन्द्र, डॉ जितेन्द्र कुमार, उप-निदेशक, पंडित दीनदयाल उपाध्याय केंद्र, डॉ० देवेन्द्र सिंह, अध्यक्ष अंग्रेज़ी विभाग, डॉ० अनिल कुमार, सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष, डॉ० दीपक वाधवा, रसायन शास्त्र के विभागाध्यक्ष, लिपिक अमित लाठर, लिपिक राकेश कुमार व गौरव कौशिक मौजूद रहे।