विश्वविद्यालय में महिंद्रा कंपनी द्वारा दी जाएगी ट्रेनिंग
पिछले कुछ समय में सीआरएसयू जींद द्वारा विद्यार्थियों के रोजगार हेतु सर्वांगीण विकास एवं उत्थान हेतु कई कदम उठाए गए हैं।
इसी कड़ी में महिंद्रा कंपनी द्वारा विज्ञान विषय के विद्यार्थियों के लिए 7 दिन का ट्रेनिंग प्रोग्राम जून माह के अंत में आयोजित किया जाएगा। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों के मन से अंग्रेजी बोलने का डर निकालना, आत्मविश्वास पैदा करना , सामाजिक रूप से जागरूक करना एवं जिम्मेदार नागरिक बनाना तथा विद्यार्थियों को रोजगार हेतु योग्य बनाना होगा। महिंद्रा दोबारा यह कार्यक्रम उनके सामाजिक सेवा उद्देश्य (नान्दी) के अंतर्गत करवाया जा रहा है नान्दी एक संस्कृत शब्द है जिसका मतलब एक नई शुरुआत होता है। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को स्वयं के बारे में आत्म विश्वस्त किया जाएगा, उसके मन से किसी भी प्रकार की हीन भावना को समाप्त किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों को जीवन जीने की कला जैसे अच्छे जीवन के लिए अच्छा स्वास्थ्य, आधुनिक युग के अनुरूप डिजिटल पहचान, क्रिटिकल थिंकिंग, समस्याओं का समाधान, कार्यस्थल पर टकराव को संघर्ष मानकर उन्हें किस प्रकार से दूर किया जाएगा, इसका प्रबंधन सिखाया जाएगा।
वैसे तो जींद का विद्यार्थी मेहनती है परंतु कुछ विषयों जैसे बॉडी लैंग्वेज, अंग्रेजी बोलना, टाइम मैनेजमेंट, मनी मेजरमेंट आदि से पिछड़ा हुआ है।
इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को इन सभी कमियों को दूर करने हेतु ट्रेनिंग दी जाएगी। विद्यार्थियों को इसलिए तैयार किया जाएगा कि वह इंटरव्यू, प्रोजेक्ट बनाना, ग्रुप डिस्कशन आदि की तैयारियां अच्छे ढंग से कर सके।
महिंद्रा कंपनी की ओर से नान्दी प्रोजेक्ट हरियाणा व पंजाब के प्रमुख श्री तरुण शर्मा ने बताया कि महिंद्रा कंपनी द्वारा यह कार्यक्रम सरकारी इंजीनियरिंग व टेक्निकल विश्वविद्यालय में आयोजित किया जाएगा। महिंद्रा कंपनी ने 2016 से अभी तक 6519 ट्रेनिंग प्रोग्राम करवाए हैं जिसमें 287000 युवाओं को रोजगार हेतु ध्क्ष किया गया है। इसके अतिरिक्त महिंद्रा कंपनी ने 29 जॉब उत्सव भी लगाए हैं जिसमें 15000 विद्यार्थियों वह 235 कंपनियों ने भाग लिया है। इनमें 8188 विद्यार्थी रोजगार पाने में सफल हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि यह ट्रेनिंग प्रोग्राम विश्वविद्यालय के अंदर निशुल्क कराया जाएगा।
ट्रेंनिंग एंड प्लेसमेंट के निदेशक डॉ अनुपम भाटिया ने महिंद्रा कंपनी को धन्यवाद किया और कहा कि नान्दी कंपनी के प्रोजेक्ट के पहले दौर में विज्ञान विषय के लिए कार्यशाला को आयोजित किया जाएगा। इसके पश्चात अन्य विषयों के लिए भी कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेरा यह प्रयास रहेगा कि महिंद्रा कंपनी का अगला जॉब उत्सव सीआरएसयू जींद में लगाया जाए जिससे जींद जिले के विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हेतु अधिक से अधिक अवसर मिल सके।
विश्वविद्यालय कुलपति डॉ रणपाल सिंह ने कहा कि जींद जिले के विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए वह तन मन धन से समर्पित हैं और उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए जितना भी पैसा खर्च करना पड़े वह इसके लिए तैयार हैं। उन्होंने संकल्प लिया है कि मेरे कार्यकाल में विश्वविद्यालय में छात्रों की संख्या 5000 के पार हो और जो विद्यार्थी विश्वविद्यालय से शिक्षा पूर्ण करके बाहर निकले वह रोजगार संपन्न हों।