सांस्कृतिक कार्यक्रम
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद के युवा एवं सांस्कृतिक निदेशालय एवं हरियाणा कला परिषद हिसार मंडल के संयुक्त तत्वाधान में आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस सांस्कृतिक उत्सव में मुख्य अतिथि के रुप में डॉ ए0 के0 चावला, पूर्व कुलपति, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र रहे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रणपाल सिंह जी ने की। इस कार्यक्रम की संयोजिका युवा एवं सांस्कृतिक निदेशालय की निर्देशिका डॉ ज्योति श्योराण व हरियाणा कला परिषद की ओर से एडिशनल डायरेक्टर डॉ महावीर गुड्डू जी ने कार्यक्रम का संयोजन किया। इस अवसर पर कुलपति महोदय ने अपने अभिभाषण में कहा कि जींद की धरती प्रतिभा और कौशल की धनी है। जींद विश्वविद्यालय को सांस्कृतिक एवं खेलकूद के क्षेत्र में हरियाणा में नंबर एक स्थान पर ले जाना उनका सपना है। उनके सपने को साकार करने में विद्यार्थियों की सबसे अहम भूमिका है और उन्हें विश्वास है कि विश्वविद्यालय की कर्मठ टीम उनका यह सपना साकार करने में सहयोग देगी। यंही इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की कुलसचिव महोदया प्रोफेसर लवलीन मोहन ने निदेशालय को सांस्कृतिक कार्यक्रम के सफल आयोजन पर बधाई दी। इस अवसर पर डॉ ज्योति श्योराण ने मुख्य अतिथि डॉ ए0 के0 चावला एवं कार्यक्रम अध्यक्ष कुलपति महोदय डॉक्टर रणपाल सिंह एवं हरियाणा कला परिषद के सभी सदस्यों का अभिनंदन किया। उन्होंने बताया कि युवा एवं सांस्कृतिक निदेशालय समय-समय पर विद्यार्थियों के लिए सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन करवाता है ताकि विद्यार्थियों को हरियाणवी संस्कृति धरोहर से रूबरू करवाया जाता रहे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ ए0 के0 चावला जी ने हरियाणा कला परिषद की ओर से प्रस्तुति देने आए सभी कलाकारों को बधाई दी और बताया कि सांस्कृतिक व खेलकूद से जुड़ी गतिविधियां व्यक्ति के जीवन में सदैव सार्थक सिद्ध होती है। इस अवसर पर हरियाणा कला परिषद की ओर से श्री महावीर गुड्डू जी ने मुख्य अतिथि महोदय डॉ ए0 के0 चावला जी और माननीय कुलपति डॉ रणपाल सिंह को पगड़ी पहनाकर उनका स्वागत सत्कार किया।
इस अवसर पर हरियाणा कला परिषद की ओर से प्रोफेसर रोशन लाल श्योराण, प्रोफेसर, इकोनॉमिक्स, हरियाणा हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट को शिक्षा एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में उपलब्धियों के लिए शिक्षा एवं सांस्कृतिक रतन पुरस्कार से नवाजा गया। उन्हीं के प्रयासों से सांग जैसी विधा को पहली बार कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र के यूथ फेस्टिवल में शामिल किया गया।
भारत सरकार की मुहीम जिसके चलते पूरे भारतवर्ष में भारतीय संस्कृति का महोत्सव आज़ादी के अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है इसी कड़ी में हरियाणा कला परिषद् द्वारा इस अवसर पर हरियाणवी, राजस्थानी, पंजाबी लोक नृत्य एवं संगीत की प्रस्तुतियां दी गई। इसके साथ ही हरियाणवी लोक गायक श्री महावीर गुड्डू के द्वारा हरियाणवी लोक गीतों की विशेष प्रस्तुति दी गई। इन रंगारंग प्रस्तुतियों के माध्यम से अनेकता में एकता का संदेश देते हुए पंजाब और हरियाणवी संस्कृति की घटा बिखेरी गई। इस अवसर पर उपस्थित सभी कलाकारों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट किए गए इसके साथ ही युवा एवं सांस्कृतिक निदेशालय की निर्देशिका डॉक्टर ज्योति जी ने सभी उपस्थित अतिथि गण का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का मंच संचालन एवं संपूर्ण समन्वय असिस्टेंट डायरेक्टर कुमारी पल्लवी ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक अधिकारीगण, प्राध्यापक एवं विद्यार्थी मौजूद रहे हैं।