20 फरवरी से 15 दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम और युवा सामाजिक विज्ञान कार्यशाला का शुरुआत
February 21, 2023
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद में 20 फरवरी से 15 दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम और युवा सामाजिक विज्ञान कार्यशाला का शुरुआत हुआ। इसका मुख्य उद्देश्य युवा अध्यापकों के शोध कौशल को निखारने के लिए प्रशिक्षण व निर्देशन देना हैं।
कार्यशाला के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर एस.के सिन्हा, ने बताया कि इसमें 30 युवा अध्यापकों भाग लेंगे। तकनीकी सत्रों के लिए प्रख्यात विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है जो कि दिल्ली, पंजाब, लखनऊ, अहमदाबाद, कुरुक्षेत्र, शिमला, जम्मू से पहुंचेंगे।
विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर रणपाल सिंह ने इस कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक व कुलसचिव प्रोफेसर लवलीन मोहन, एक्स कुलपति पूर्वांचल यूनिवर्सिटी प्रोफेसर पीसी पतंजलि रहे|
डॉक्टर पल्लवी ने कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत करते हुए मां सरस्वती वंदना के साथ सभी का अभिनंदन किया| डॉ रचना श्रीवास्तव ने सभी का औपचारिक स्वागत करते हुए कार्यक्रम की विधिवत जानकारी दी|
प्रोफेसर पीसी पतंजलि नवीन वस्तुओं की खोज और पुरानी वस्तुओं एवं सिद्धान्तों का पुनः परीक्षण करना, जिससे कि नए तथ्य प्राप्त कर सकते , समाज या व्यक्ति के गुण को सांख्यिकी में विश्लेषण कर दे उसे शोध कहते है।
कुलपति प्रोफेसर रणपाल सिंह ने कहा की सांख्यिकी आँकड़ों एवं समंकों का वैज्ञानिक विधि है लेकिन गुण को जब तक शोध प्राविधि से विश्लेषण ना कर ले तब तक शोध का महत्त्व को समझा नहीं जा सकता है इस तरह के कार्यक्रम होते रहना चाहिए
प्रोफेसर पीसी पतंजलि नवीन वस्तुओं की खोज और पुरानी वस्तुओं एवं सिद्धान्तों का पुनः परीक्षण करना, जिससे कि नए तथ्य प्राप्त कर सकते , समाज या व्यक्ति के गुण को सांख्यिकी में विश्लेषण कर दे उसे शोध कहते है।
कुलपति प्रोफेसर रणपाल सिंह ने कहा की सांख्यिकी आँकड़ों एवं समंकों का वैज्ञानिक विधि है लेकिन गुण को जब तक शोध प्राविधि से विश्लेषण ना कर ले तब तक शोध का महत्त्व को समझा नहीं जा सकता है इस तरह के कार्यक्रम होते रहना चाहिए
प्रोफेसर लवलीन मोहन ने कहा की युवा ही समाज की रीढ़ की हड्डी होता है उसी तरह से शोध से समाज वा देश को बदला जा सकता है.
इस अवसर पर विधार्थी और शिक्षक मौजूद रहे
इस अवसर पर विधार्थी और शिक्षक मौजूद रहे