One day Induction Program
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में आज दिनांक 21/12/2021 को डी०एस०डब्ल्यू० के द्वारा एक दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया |
इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी 16 संकायों के प्रथम सत्र के लगभग 400 विद्यार्थी उपस्थित रहे |
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ० प्रमोद कुमार ने शिरकत की |
डी०एस०डब्ल्यू०, डॉ० ज्योति श्योराण ने मुख्य अतिथि, विश्वविद्यालय के सभी डीन्स, विभागाध्यक्षों, ब्राँच हेड व नवप्रवेशी विद्यार्थियों का स्वागत किया | कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में बताते हुए डॉ० ज्योति ने बताया कि कोई भी नया विद्यार्थी जब विश्वविद्यालय में प्रवेश करता है तो जानकारी के अभाव में वह अलग-अलग जगह परेशान होता हुआ घूमता-फिरता है | इसलिए विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली से विद्यार्थियों को अवगत कराने के हेतु इंडक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया है |
विश्वविद्यालय के सभी डीन्स, विभागाध्यक्षों, ब्राँच हेड, नवप्रवेशी विद्यार्थियों से रूबरू हुए | उन्होंने अपनी ड्यूटी, जिम्मेदारियों व कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारियाँ दी |
इस कड़ी में प्रोफेसर एस०के० सिन्हा, अधिष्ठाता, शैक्षणिक संकाय, डॉ० कुलदीप नारा, प्रॉक्टर एवं विभागाध्यक्ष फिजिकल एजुकेशन, डॉ० अजमेर, डॉ० विशाल वर्मा, असिस्टेंट लाइब्रेरियन डॉ० अनिल कुमार, आई०यू०एम०एस० की ओर से श्री विकास जी ने अपने विचार रखे |
इसके अलावा डॉ० भावना ने संगीत विभाग के विद्यार्थियों के साथ मिलकर वंदे मातरम की शानदार प्रस्तुति दी गई |
डी०एस०डब्ल्यू० डॉ० ज्योति श्योराण ने छात्र कल्याण से संबंधित विभिन्न गतिविधियों बस पास,यूनिवर्सिटी हेल्थ सेंटर, स्पोर्ट्स, सांस्कृतिक गतिविधियों, स्टूडेंट्स क्लब, फॉरेन स्टूडेंट्स सेल इत्यादि के बारे में जानकारी दी |
मंच संचालन सुश्री पल्लवी, असिस्टेंट डी०एस०डब्ल्यू० के द्वारा किया गया |
योग विज्ञान विभाग के छात्रों द्वारा संगीतमय यौगिक अभ्यासों की शानदार प्रस्तुति के लिए योग विज्ञान विभाग के सभी प्राध्यापकों की विशेष सराहना की गई |
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे डॉ० प्रमोद कुमार ने अपने जीवन के अनुभव विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से बच्चों के साथ साझा किए |
उन्होंने कहा कि अब आप विश्वविद्यालय के हिस्सा बन चुके हो तो यहाँ से दो वर्ष अध्ययन के दौरान क्या अर्जित किया, इस विषय पर आज ही अपनी रूपरेखा बनाकर अपने उद्देश्य स्पष्ट करें, तथा उस पर निरंतर कार्य करें | आपका संकल्प ही आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा |
साधनों के अभाव में स्वयं को अभागा नहीं समझना है, इस तरह के बंधनों की सीमाओं को तोड़कर अपने जीवन में उच्चतम शिखर को प्राप्त करना है | आप सभी में ऐसी क्षमता विकसित हो इस तरह की शुभकामनाएँ उन्होंने प्रेषित की |
डी०एस०डब्ल्यू०, डॉ० ज्योति श्योराण ने मुख्य अतिथि, विश्वविद्यालय के सभी डीन्स, विभागाध्यक्षों, ब्राँच हेड व नवप्रवेशी विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया तथा अपनी कोऑर्डिनेटर टीम के सभी सदस्यों सुश्री पल्लवी, श्री जयपाल सिंह राजपूत, डॉ० कविता, श्रीमती ममता व डॉ० भावना आदि के प्रति अपना आभार व्यक्त किया है |