फोरेंसिक में एक वर्षीय डिप्लोमा का जॉब ओरिएंटेशन प्रोग्राम शुरू करने के लिए साइबर थ्रेट हरियाणा के साथ समझौता
चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद में शामिल होने वाला डिजिटल फोरेंसिक्स कार्यक्रम एक अत्यंत महत्वपूर्ण और विकासशील क्षेत्र है, और यह प्रोग्राम स्टूडेंट्स को इस डोमेन में उत्कृष्टता प्राप्त करने का एक और अवसर प्रदान करेगा। विश्वविद्यालय कुलपति डॉ० रणपाल सिंह ने कहा कि यह कार्यक्रम छात्रों के लिए रोजगार के अवसर खोलने में मदद करेगा। यह कार्यक्रम छात्रों को अपने क्षेत्र में स्वतंत्र और आत्मविश्वासी बनाने के लिए एक मजबूत दृष्टिकोण है। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय की शिक्षा प्रणाली में एक मील का पत्थर साबित होगा। विश्वविद्यालय कुलसचिव प्रो० लवलीन मोहन ने विभाग के सभी छात्रों को अपना आशीर्वाद देने के साथ-साथ नौकरी उन्मुख कार्यक्रम में ओर अधिक छात्रों को शामिल करने के लिए विश्वविद्यालय की सीमाओं को खोलने के समर्थन देने की बात कही।
विश्वविद्यालय द्वारा किया गया यह समझौता एक उत्कृष्ट स्थापना के बीच उच्च शिक्षा और शासनिक संस्थानों द्वारा गठित किया गया है, जिससे विद्यार्थियों को सीखने और समझने का मौका मिलेगा और उन्हें इस उत्कृष्ट क्षेत्र में अपने करियर को आगे बढ़ाने का एक नेतृत्वीय पथ प्रदान किया जाएगा।
विश्वविद्यालय का यह समर्थन दर्शाता है कि भारतीय शिक्षा व्यवस्था आधुनिक तकनीकी तथा उद्यमिता क्षेत्रों के साथ-साथ विभिन्न डोमेन्स में भी अग्रणी भूमिका निभा रही है। डिप्लोमा पूरा होने पर उम्मीदवार डिजिटल फोरेंसिक के क्षेत्र में काम करने के लिए सक्षम है। इसमें निजी और सार्वजनिक क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं। एमएसएमई वर्तमान में राज्य के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर साइबर अपराध शाखा के साथ काम कर रहा है। उम्मीदवार पासवर्ड सुरक्षा जैसी समस्याओं से निपटने के लिए आश्वस्त हो जाएगा; साइबर अपराध पर रोक लगेगी, इस कार्यक्रम में आईटी क्षेत्र की कंपनियों में काम करने का अवसर भी है जो व्यक्तियों के साथ-साथ कॉर्पोरेट को भी साइबर सुरक्षा संबंधी समाधान प्रदान करता हैं। छात्रों व उनके परिचित व्यक्तियों को इस टेक्नोलॉजी का लाभ मिलेगा।
इस कार्यक्रम में प्रवेश पाने के लिए छात्र विश्वविद्यालय पोर्टल पर जा कर अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।