चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद में मनोविज्ञान विभाग का इंडक्शन कार्यक्रम सम्पन्न
जींद, — चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद के मनोविज्ञान विभाग में नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए इंडक्शन कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की शैक्षणिक संरचना, विभागीय गतिविधियों, शोध की संभावनाओं तथा उपलब्ध संसाधनों से परिचित कराना था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ. अजमेर सिंह ने की। उन्होंने विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षा केवल ज्ञान अर्जन का माध्यम नहीं, बल्कि व्यक्तित्व विकास और सामाजिक उत्तरदायित्व की दिशा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। उन्होंने छात्रों को मनोविज्ञान के विविध आयामों पर गंभीरता से अध्ययन करने और अनुसंधान गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी करने के लिए प्रेरित किया।
विभाग की प्रभारी डॉ. अल्का सेठ ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि ऐसे इंडक्शन कार्यक्रम विद्यार्थियों को न केवल विभागीय वातावरण से परिचित कराते हैं, बल्कि उन्हें अकादमिक, सह-पाठ्यचर्या और शोध गतिविधियों में भी मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को परिश्रम, अनुशासन और नैतिक मूल्यों के साथ आगे बढ़ने का संदेश दिया।
कुलपति प्रो. (डॉ.) रामपाल सैनी ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में कहा कि मनोविज्ञान आज की दुनिया में अत्यंत प्रासंगिक विषय है। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य, परामर्श, संगठनात्मक विकास तथा शिक्षा के क्षेत्र में इसकी बढ़ती उपयोगिता पर प्रकाश डाला। कुलपति महोदय ने कहा कि मनोविज्ञान का अध्ययन विद्यार्थियों को न केवल करियर के विविध अवसर प्रदान करता है, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की क्षमता भी विकसित करता है।
कुलसचिव (Registrar) डॉ. लवलीन मोहन ने विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की शैक्षणिक एवं प्रशासनिक प्रक्रियाओं से अवगत कराया और उन्हें विश्वविद्यालय की सुविधाओं का अधिकतम लाभ उठाने का आग्रह किया।
पुस्तकालय अध्यक्ष डॉ. अनिल ने विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय पुस्तकालय की आधुनिक सुविधाओं, डिजिटल संसाधनों और शोध सामग्री की उपलब्धता की जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि वे नियमित रूप से पुस्तकालय का उपयोग कर अपनी बौद्धिक क्षमता का विकास करें।
कार्यक्रम में मनोविज्ञान विषय में करियर संभावनाओं पर भी चर्चा की गई। विद्यार्थियों को बताया गया कि मनोविज्ञान में क्लिनिकल साइकोलॉजी, काउंसलिंग, शैक्षिक मनोविज्ञान, औद्योगिक एवं संगठनात्मक मनोविज्ञान, खेल मनोविज्ञान, अपराध मनोविज्ञान तथा शोध एवं अध्यापन जैसे अनेक क्षेत्रों में व्यापक अवसर उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त, मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं, एनजीओ, सरकारी एवं निजी संगठनों, विद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों में भी मनोविज्ञान विशेषज्ञों की बढ़ती आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया।
नए विद्यार्थियों ने भी अपने अनुभव साझा किए और विभागीय गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी का संकल्प लिया। आयोजन में विभाग के शिक्षकगण, वरिष्ठ विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
समारोह का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें सभी आगंतुकों और प्रतिभागियों के प्रति आभार प्रकट किया गया।