लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी का उनकी जयंती पर कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से वंदन करता हूँ- प्रो. राम पाल सैनी

November 3, 2025

चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद में सरदार वल्लभभाई पटेल की 150 वी जयंती मनाई गई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. राम पाल सैनी ने सरदार पटेल को श्रद्धांजलि पुष्प अर्पित करके उन्हें नमन किया और उनके जीवन और कार्यों पर प्रकाश डाला।
कुलपति महोदय ने कहा कि सरदार पटेल एक महान स्वतंत्रता सेनानी और देश के प्रति समर्पित नेता थे। उनकी एकता और अखंडता की भावना आज भी हमें प्रेरित करती है। जिनकी याद में 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है जो पूरे भारतवर्ष को एकजुट होकर रहने के लिए प्रेरित करता है।
प्रो. सैनी ने बताया कि सरदार पटेल ने कहा था कि "विश्वविद्यालय केवल डिग्री देने का स्थान नहीं, यह राष्ट्र निर्माण का कारखाना है।" उनका मानना था कि कौशल, चरित्र और संस्कृति - तीनों मिलकर ही युवाओं को राष्ट्र - शक्ति बनाते हैं, रियासतों का एकीकरण कर देश की एकता और सुरक्षा को सुदृढ़ बनाया और किसानों, पिछड़ों और वंचितों को सहकारिता से जोड़कर देश को स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर किया। उनका दृढ़ विश्वास था कि देश के विकास की धुरी किसानों की समृद्धि में निहित है। वे आजीवन किसानों के कल्याण और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए समर्पित रहे।
सरदार साहब ने जिस न्याय प्रधान और एकता के सूत्र में बंधे राष्ट्र का निर्माण किया, उसकी रक्षा करना हर एक राष्ट्रभक्त का दायित्व है।
कुलपति प्रो. राम पाल सैनी ने कहा, "सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर हमें उनके आदर्शों और मूल्यों को याद करना चाहिए और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए।" उन्होंने उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरदार पटेल आजाद भारत के पहले गृहमंत्री थे स्वतंत्रता की लड़ाई में उनका महत्वपूर्ण योगदान था जिसके कारण उन्हें भारत का लौह पुरुष भी कहा जाता था उन्होंने किसानों के हित के लिए हमेशा अंग्रेजों के खिलाफ आवाज उठाई जिसके कारण सरकार को किसने के आगे झुकना पड़ा और उनके हित में निर्णय लेना पड़ा। भारत को आजाद करने में सरदार पटेल का अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान रहा उन्होंने महात्मा गांधी जी के साथ मिलकर स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया और भारत की आजादी के लिए कड़ा संघर्ष किया। उन्होंने भारत को एकजुट रहने और भाईचारा बनाए रखने के लिए प्रेरित किया।

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