विश्व में भारत को शीर्ष स्थान पर लाने के लिए स्वयं की भूमिका तय करें देशवासी-आशुतोष

September 1, 2025

जम्मू कश्मीर और लद्दाख केंद्र द्वारा ,चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद के सोशल आउटरीच सैल सहयोग से दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का सफल आयोजन

विश्वविद्यालय सोशल आउटरीच सैल के निदेशक डॉक्टर विजय कुमार ने सभी प्रतिभागियों और अतिथियों को दो दिन से चल रही इस राष्ट्रीय कार्यशाला के सभी सत्रों की जानकारी देते हुए सभी का अभिनंदन और स्वागत किया ।

इस कार्यशाला में भारत के विभिन्न राज्यों से आए शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। कार्यशाला का मुख्य विषय भारत को एकजुट करना था, जिसमें 2047 तक विकसित राष्ट्र के लक्ष्य को प्राप्त करने में आम आदमी की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया गया।

अपने संदेश में, सीआरएसयू के कुलपति प्रो. राम पाल सैनी ने सभी प्रतिभागियों का हार्दिक स्वागत किया। उन्होंने इस सभा के महत्व पर प्रकाश डाला, जो राष्ट्रीय एकता और प्रगति को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न विषयों और मुद्दों पर विचार-विमर्श और संवाद के लिए एक मंच प्रदान करता है। प्रो. सैनी ने 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए सामूहिक प्रयासों के महत्व पर बल दिया।उन्होंने सभी गणमान्य अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए इस आयोजन को ऐतिहासिक महत्व बताया।

कार्यशाला का उद्घाटन सत्र डॉ. अजय द्वारा प्रस्तुत करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख क्षेत्र को भारत की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए शैक्षणिक विमर्श, संवाद और सामाजिक सहभागिता अनिवार्य है ।उन्होंने कहा कि आज का युवा वर्ग इस क्षेत्र की ऐतिहासिक और राजनीतिक परिस्थितियों को समझकर राष्ट्रीय एकता को और सशक्त बना सकता है।

मुख्य अतिथि हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में प्रतिभागियों को राष्ट्रीय एकता और राष्ट्र निर्माण में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर संबोधित किया।

मुख्य वक्ता श्री आशुतोष भटनागर, राष्ट्रीय निदेशक, जम्मू कश्मीर और लद्दाख अध्ययन केंद्र, ने अपने संबोधन में जम्मू कश्मीर और लद्दाख अध्ययन केंद्र की एक शोध केंद्र और थिंक टैंक के रूप में भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रतिभागियों को बताया कि केंद्र का उद्देश्य जम्मू और कश्मीर को भारत के अभिन्न अंग के रूप में सही और तथ्यात्मक जानकारी प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाना है। श्री भटनागर ने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न आयोजनों का सक्रिय रूप से आयोजन करें, ताकि जम्मू कश्मीर और लद्दाख से संबंधित शोध, तथ्यों और नवीनतम जानकारी के बारे में सभी को जागरूक किया जा सके। उन्होंने केंद्र की जानकारी और ज्ञान के उचित प्रसार और संचार में महत्वपूर्ण भूमिका पर भी जोर दिया।

अंत में, सह-संयोजक एवं हरियाणा प्रांत के सचिव डॉ. विवेक बाल्यान ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया और सीआरएसयू सोशल आउटरीच सैल के निदेशक डॉ. विजय कुमार और डॉ. अरुण कुमार को दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला के सफल आयोजन और मेजबानी के लिए बधाई दी।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने कार्यशाला की सफलता के लिए सभी प्रतिभागियों, अतिथियों, आयोजन टीम और सहयोगियों के प्रति आभार प्रकट किया।

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