छात्रावास अनुशासन, आत्मनिर्भरता और आत्म विकास की प्रयोगशाला : प्रो. रामपाल सैनी जी

September 19, 2025

चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद के लक्ष्मी बाई महिला छात्रावास में सत्र 2025-26 के नव प्रवेशी छात्राओं के लिए “प्रेरण व अभिविन्यास कार्यक्रम” का आयोजन किया गया I

इस कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय कुलगुरु महोदय प्रोफेसर रामपाल सैनी जी व आदरणीय कुलसचिव महोदया प्रोफेसर लवलीन मोहन जी के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। महिला छात्रावास के चीफ वार्डन प्रोफेसर अजमेर सिंह जी ने सभी का कार्यक्रम में अभिवादन किया और छात्रावास में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी देते हुए सहयोग और अनुशासन की अनिवार्यता पर प्रकाश डाला। तत्पश्चात माननीय कुलपति महोदय प्रो. राम पाल सैनी ने अपने प्रेरणादायी विचार साझा किए। उन्होंने छात्रावास जीवन को विद्यार्थियों के व्यक्तित्व निर्माण की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी बताते हुए कहा कि ‘छात्रावास केवल रहने की जगह नहीं है, बल्कि यह अनुशासन, आत्मनिर्भरता और आत्म विकास की प्रयोगशाला है। यहाँ का प्रत्येक नियम छात्राओं को एक जिम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा में उठाया गया कदम है।

कुलपति महोदय ने छात्राओं से आह्वान किया कि वे समय का सदुपयोग करें, शिक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करें और समाज में अपनी पहचान बनाने हेतु निरंतर प्रयासरत रहें। उन्होंने यह भी कहा कि सी.आर.एस.यू. छात्राओं के लिए सुरक्षित, सकारात्मक और सुविधापूर्ण वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रो. सैनी ने विशेष रूप से भारतीय शिक्षा के महत्व पर बल दिया और कहा कि आज की छात्राएँ कल की राष्ट्रनिर्माता होंगी। इसके उपरांत कुलसचिव महोदया प्रो. लवलीन मोहन ने छात्रावास में लागू नियमों और विनियमों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। उन्होंने छात्राओं को अनुशासन, समय-पालन, स्वच्छता, सहयोग और सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखने की अपील की। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि छात्रावास प्रशासन हर समय छात्राओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए तत्पर रहेगा ।

कार्यक्रम का संचालन डिप्टी वार्डन डॉ. रितु ने किया और उन्होंने नव प्रवेशी छात्राओं को छात्रावास संबंधी जानकारी से अवगत कराया और विभिन्न नियमों जैसे आवासीय नियम, मेस नियम, विशेष नियम, एंटी रैगिंग कमेटी और छात्रावास प्रशासन संबंधी सभी नियमों को विस्तार से समझाया। उन्होंने छात्राओं को छात्रावास की गतिविधियों, अनुशासन और आपसी सहयोग के महत्व से अवगत कराया। अपने प्रेरक शब्दों में उन्होंने कहा कि छात्राएं यहां रहते हुए आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता के साथ जीवन में आगे बढ़ें और विश्वविद्यालय परिवार की गरिमा बनाए रखें।

वार्डन डॉ. सुनीति द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया और कार्यक्रम हर्षोल्लास पूर्वक सम्पन्न हुआ| इस अवसर पर छात्रावास की सभी छात्राएं व स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।

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