सामाजिक अनुसंधान में सांख्यिकी पर विशेष व्याख्यान: छात्रों ने उठाए कई प्रश्न

October 9, 2025

जींद, 8 अक्टूबर 2025 – “सांख्यिकी केवल संख्या नहीं, बल्कि शोध की आत्मा है।” यह विचार आज चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय (CRSU), जींद के मनोविज्ञान विभाग द्वारा आयोजित विशेष व्याख्यान में प्रमुख वक्ता प्रो. सी. आर. डरोलिया ने व्यक्त किया। यह व्याख्यान “सामाजिक अनुसंधान में सांख्यिकी” विषय पर केंद्रित था और इसमें छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
उद्घाटन और स्वागत कार्यक्रम का उद्घाटन विभागाध्यक्ष डॉ. अल्का सेठ ने किया। उन्होंने अतिथियों, संकाय सदस्यों और छात्रों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। विभाग के चेयरपर्सन डॉ. अजमेर सिंह ने कहा, “सांख्यिकी केवल आंकड़ों का खेल नहीं है, बल्कि यह सामाजिक अनुसंधान में निष्कर्षों की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने का सबसे महत्वपूर्ण उपकरण है।”

व्याख्यान का सार प्रो. डरोलिया ने व्याख्यान में सामाजिक अनुसंधान में डेटा संग्रह, विश्लेषण और निष्कर्ष निकालने में सांख्यिकी की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने नमूना आकार (sample size), मानक विचलन (standard deviation), अनुमान और परिकल्पना परीक्षण (hypothesis testing) जैसे महत्वपूर्ण विषयों को उदाहरणों के माध्यम से स्पष्ट किया।
उन्होंने छात्रों को आधुनिक सॉफ़्टवेयर और डेटा विश्लेषण उपकरणों का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा, “सटीक आंकड़े ही सटीक निष्कर्ष की गारंटी हैं। शोध में आंकड़ों की गुणवत्ता आपकी सफलता तय करती है।”

छात्रों की प्रतिक्रियाएँ कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। एक छात्रा ने कहा, “इस व्याख्यान से हमें आंकड़ों के महत्व और उनके सही विश्लेषण का व्यवहारिक अनुभव मिला। यह हमारी शोध क्षमता को और मजबूत करेगा।”

कई शोधार्थियों ने भी प्रो. डरोलिया से व्यक्तिगत सवाल पूछकर अपने संदेह दूर किए।

समापन कार्यक्रम का समापन डॉ. अल्का सेठ द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करके किया गया। उन्होंने प्रो. डरोलिया का आभार व्यक्त किया और भविष्य में ऐसे कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित करने की योजना साझा की।

यह आयोजन सामाजिक अनुसंधान में सांख्यिकी के महत्व को उजागर करने और छात्रों तथा शोधकर्ताओं में जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण साबित हुआ। विभाग ने स्पष्ट किया कि आने वाले समय में ऐसे कार्यशालाएं और व्याख्यान नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे ताकि छात्रों को अकादमिक उत्कृष्टता और व्यावहारिक ज्ञान दोनों का लाभ मिल सके।

PHD Admission 2025 - 2026