एनएसएस यूनिट-2 के द्वारा एक दिवसीय एनएसएस शिविर का आयोजन

May 21, 2022

आज दिनांक 21 मई 2022 को कुलसचिव प्रोफेसर लवलीन मोहन एवं डॉ जितेंद्र कुमार कार्यक्रम समन्वयक के सहयोग से डॉक्टर संदीप कुमार कार्यक्रम अधिकारी एनएसएस यूनिट-2 के द्वारा एक दिवसीय एनएसएस शिविर का आयोजन किया गया । शिविर के आयोजन के लिए सभी एन.एस.एस वॉलिंटियर्स को विश्वविद्यालय के प्रांगण में सुबह 9:00 बजे बुलाया गया। उस उपरांत सभी एन.एस.एस वॉलिंटियर्स को गांव किशनपुरा में ले जाया गया। जहां एन.एस.एस वॉलिंटियर्स ने लोगों को जागरूक करते हुए स्कूल प्रांगण की सफाई की और पर्यावरण को शुद्ध एवं सुरक्षित रखने के लिए पौधारोपण किया। उस उपरांत सभी एन.एस.एस वॉलिंटियर्स में आतंकवाद विरोध में एक रैली का आयोजन करते हुए अहिंसा के मार्ग पर चलकर आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए एक जागरूकता फैलाई।
विश्वविद्यालय प्रांगण में बच्चों को साइबर क्राइम और उससे जुड़े विविध अधिनियम से अवगत करवाने के लिए डॉक्टर अमित कुमार सिस्टम एनालिस्ट यूनिवर्सिटी कंप्यूटर सेंटर के द्वारा साइबर क्राइम जागरूकता विषय पर व्याख्यान दिया गया।
डॉक्टर अमित कुमार ने सभी वॉलिंटियर्स को बताया कि हम किस प्रकार कंप्यूटर और मोबाइल से जुड़कर इंटरनेट के माध्यम से अनजाने में कई बार अपराध कर बैठते हैं या अनजाने में ही साइबर क्राइम अपराधियों द्वारा ठग लिए जाते है। एक्सपर्ट डॉक्टर अमित कुमार द्वारा कुछ एक विशेष बिंदु पर ध्यान रखते हुए बताया कि हम किस प्रकार साइबर ठगी और साइबर क्राइम से दूर रह सकते हैं जिसमें ई-मेल से किस मेल को पढ़ना चाहिए और किस मेल को खोलना नहीं चाहिए एवं हमारे मोबाइल पर आने वाले साइबर ठगी से संबंधित मैसेजेस एवं कॉल से कैसे बचा जाए यह भी बताया और
उन्होंने बताया कि हमें जब कभी भी पासवर्ड बनाना पड़े तो पासवर्ड स्ट्रांग होना चाहिए व पासवर्ड किसी दूसरे कंप्यूटर मोबाइल या ऐसी कोई भी जगह पर नहीं सेव करना चाहिए जहां से हमारा पासवर्ड हैक किया जा सके! पासवर्ड बनाते समय हमें कभी भी हमारे जन्मतिथि, नाम ,पिता का नाम आदि का उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि साइबर क्राइम से संबंधित लोग विशेष रूप से पासवर्ड तोड़ने के लिए हमारा नाम, जन्मतिथि और हम से संबंधित जो भी नाम है उनका उपयोग करते हैं।

डॉ संदीप कुमार कार्यक्रम अधिकारी ने डॉक्टर अमित कुमार के साइबर क्राइम से संबंधित व्याख्यान बच्चों को देने के लिए उनका धन्यवाद किया।

शिविर के अंत में आतंकवाद से संबंधित एक स्पीच कंपटीशन भी करवाया गया जिसमें श्री सुनील लोहान विद्यार्थी इतिहास विभाग चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद
के स्पीच को प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए उन्हें सम्मानित किया।
इस मौके पर विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर लवलीन मोहन ने आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार के शिविरों के आयोजन से स्वयंसेवकों का चौमुखी विकास होता है और इन शिविरों के माध्यम से स्वयंसेवकों के ज्ञान की वृद्धि होती है।