एन एस एस कैंप का आयोजन

March 28, 2022

चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद में एन एस एस कैंप के दिन डॉ नवीन लडवाल, डॉ संदीप पुर्वा व कुमारी सुमन पुनिया के नेत्रत्व में स्वयंसेवकों ने सबसे पहले अशरफगढ़ गांव का दौरा किया गया, जंहा सबसे पहले सभी स्वयंसेवकों ने श्रमदान करते हुए गांव की सफाई की और पेड़-पौधों में पानी दिया। इसके बाद स्वयंसेवकों ने गांव के अंदर जागरूकता अभियान चलाते हुए गांव वासियों को जल सुरक्षा, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ,पर्यावरण सुरक्षा, जल संरक्षण, नारी सशक्तिकरण, पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ, आदि के नारे लगाकर जागरूक किया।

श्रमदान करने के बाद भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसका शीर्षक ‘नारी सशक्तिकरण’ रखा गया। जिसमें सभी स्वयंसेवकों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गवर्नमेंट मिडिल स्कूल किशनपुरा की प्रिंसिपल श्रीमती अनीता जी रहे। उन्होंने महिला सशक्तिकरण के बारे में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए बताया कि नारी जीवन का आधार है। नारी सभी जगह अपना संतुलन बना कर चलती है। आज की नारी हर क्षेत्र में अपना योगदान दे रही है। नारी को अपने अंदर छुपी प्रतिभा को पहचानकर आगे बढ़ना चहिये। आज के समय नारी किसी से कम नहीं है, उन्होंने हर क्षेत्र में आगे आकर अपना वर्चस्व स्थापित किया है। उन्होंने सभी स्वयंसेवकों को अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया और जीवन में सफल होने का आशीर्वाद दिया।

एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर कुमारी सुमन पुनिया ने नारी सशक्तिकरण के बारे में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि आज की नारी को किसी से पीछे नहीं रहना चाहिए और आज सबको नारी को समाज के अंदर, देश के अंदर आगे लेकर आना चाहिए, नारी को स्वंय आत्मनिर्भर बनने की कोशिश करनी चाहिए और समाज को भी नारी का मान सम्मान करना चाहिए। नारी ने आज समाज में एक अपना वर्चस्व स्थापित किया है जिसे देश में उनका नाम रोशन हुआ है। नारी को सम्मान और सुरक्षा देना सभी का कर्तव्य है। महिलायें पुराने समय से ही प्रेरणा का स्त्रोत रही है, अगर नारी कुछ भी ठान ले तो वह सस्कत बन सकती है।

इसके बाद सभी स्वयंसेवकों का वृद्ध आश्रम में जाना हुआ, वहां पर जाकर उन्होंने बुजुर्गों की सेवा की और उन्हें जलपान करवाया और प्रण लिया कि हम सब अपने घर के बुजुर्गों का ख्याल रखेंगे, उनकी सेवा करेंगे, उनका मान सम्मान करेंगे, उनको कभी भी इस उमर में अकेला नहीं छोड़ेंगे।

उसके बाद सभी स्वयंसेवकों ने गौशाला का दोरा किया। जंहा उन्होंने गौशाला के प्रधान जगदीश जी, भालचंद शर्मा व मेनेजर धर्मपत जी से मुलाकात की और सभी गायों को चारा खिलाया। गौशाला प्रधान ने बताया कि गाय एक बहुत ही उपयोगी पशू है। जिसका दूध पीने से बहुत फायदे होते हैं। जिसका मूत्र बहुत ही कारगर माना गया है। जो विभिन्न प्रकार की औषधियां बनाने के काम आता है। गांव में हर घर में एक गाय होनी चाहिए जिसे रखने के बहुत सारे फायदे होते हैं। जिससे गौ माता कही जाने वाली गाय का ठीक से पालन पोषण हो सके। इस कैंप में 90 स्वयंसेवकों ने भाग लिया।