राष्ट्रीय शिक्षा निति 2020 के विषय पर पांच दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ

June 21, 2022

चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय मे डीन एकेडमिक अफेयर के द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा निति 2020 के विषय पर विश्वविद्यालय से संबंधित राजकीय महाविद्यालय एवं राजकीय एडेड महाविद्यालय के लिये पांच दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ किया गया जिसमें चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक अतिथि रहे इस कार्यशाला में विश्वविद्यालय, कुलपति डॉ रणपाल सिंह, चीफ पैटर्न, कुलसचिव प्रो. लवलीन मोहन पैटर्न व प्रो. एस. के. सिन्हा कार्यक्रम के संयोजक रहे। मंच का संचालन कुमारी रचना श्रीवास्तव द्वारा किया गया|

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. अजमेर सिंह मालिक जी ने प्राध्यापकों व अध्यापकों को संबोधित करते हुए अपने अभिभाषण में कहा कि यह कार्यशाला राष्ट्रिय नई शिक्षा निति 2020 के विषय पर आयोजित की गई है 2020 नई शिक्षा निति को वैश्विक स्तर पर लाया गया है क्युकी शिक्षा एक ऐसा उपकरण है जो समाज मे बदलाव ला सकता है एक शिक्षक का काम है बच्चों को पढ़ाना और शिक्षा आज के समय मे सभी के जीवन की मुलभुत आवश्कता है और एक शिक्षक समाज को अच्छी दिशा मे ले जाने मे अहम भूमिका निभाता है लगभग 34 वर्ष बाद राष्ट्रीय शिक्षा निति 2020 मे आज के समयानुसार कई बदलाव किये गये और कुछ बढ़िया चीजो को पहले की शिक्षा निति से लिया गया नई शिक्षा निति मे आज आप किसी विश्विधालय से अगर कोर्स करते है तो आप को विश्विधालय से उसी समयावधि का प्रमाण पत्र मिल जाता है पहले के कोर्स अगर कोई कहीं कोर्स को छोड़ देता था तो उससे दुबारा करना पड़ता था लेकिन नई शिक्षा निति के बाद आप वहीं से शुरू कर सकते है अगर आप ग्रेजुएशन मे कहीं एडमिशन लेते हैं और उसके बाद कहीं और रहकर पढाई करना चाहते है तो आप कर सकते है आज के समय मे हम अपनी शिक्षा मे बदलाव लाना चाहते है जिसके कारण आज तकनीकी और प्रोफेसनल कोर्सेज को शुरू किया जा रहा है आज के समय मे शिक्षक को तकनिकी ज्ञान होना भी जरूरी है ताकि वो विडियो के जरिये भी बच्चों को पढ़ा सके आज मूक पर लगभग एक हजार से ज्यादा कोर्सेज उपलब्ध है शिक्षक के लिये समय समय पर कार्यशाला का आयोजन किया जाना चाहेया जिससे वह समय के साथ खुद मे बदलाव ला सके क्योंकि जो हमने पहले पढ़ा है आज का पाठ्यक्रम और पढ़आने की युक्ति अलग हो चुकी है आज चॉइस बेस क्रेडिट सिस्टम के साथ साथ लर्निंग आउटकम बेस्ड क्रकुलेसन फ्रेमवर्क पर भी ध्यान देना चाहिए ताकि विध्यार्तियों को अच्छे से समझाया जा सके नई शिक्षा निति मे आज वोकेशनल एजुकेशन पर जोर दिया जा रहा है एन इ पि 2020 का लक्ष्य यह सुनिश्चित करता है की कोई बच्चा अपने जन्म या पृष्ठभूमि से जुडी परिश्थितियों के कारण ज्ञान प्राप्ति या सिखने और उत्कृष्टता प्राप्त करने की परिश्थितियों से वंचित ना रह जाएँ इसके तहत विशेष जोर समाजिक और आर्थिक दृष्टि से वंचित लोगों पर रहेगा इस अवसर पर विश्वविद्यालय कुलपति डॉ. रणपाल सिंह जी ने कहा कि एन. ई. पी. में सार्वभौमिक निर्माण का पैटर्न दिया गया है और आज हमारा विश्वविद्यालय इस पर पांच दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत कर रहा है एनईपी मे बहुत सारी विशेषताएं है एन ई पी मे स्किल एजुकेशन पर जोर दिया गया वहीं ग्रामीण क्षेत्रों मे स्किल एजुकेशन को कैसे आगे बढ़ाएं और बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने की ये निति है और आज इस कार्यशाला का मकसद नई शिक्षा निति के बारे मे विद्यार्थियों और शिक्षकों को जागरूक करना है कार्यक्रम के संयोजक व डीन एकेडमिक अफेयर प्रोफ एस. के. सिन्हा ने कहा कि नई शिक्षा निति को 29 जुलाई 2020 को मंजूरी दी गई थी जिसके जरिये स्कुली शिक्षा और और उच्च शिक्षा दोनों मे सुधार के अवसर खुल गए इस शिक्षा निति का उदेश्य 21वी सदी की जरूरतों के अनुकूल स्कूल और कॉलेज की शिक्षा को अधिक समग्र और लचीला बनाते हुए भारत को के ज्ञान आधारित एक जिवंत समाज और ज्ञान की वश्विक महाशक्ति मे बदलना है इस कार्यशाला मे आठ विषयों पर जोर दिया गया है जिसमे सी बी सी एस , वोकेशनल शिक्षा , मल्टी पली एक्सिट एंड एंट्री , कंटीन्यूएसन इवैल्यूएशन एंड एस्सेस्मेंट , एकेडेमिक बैंक ऑफ़ क्रेडिट जैसे विषयों पर जोर दिया गया है विश्वविद्यालय कुलसचिव डॉ लवलीन मोहन ने सभी ये हुए अतिथियों का धन्यवाद करते हुए विश्वविद्यालय में चल रहे स्किल ओरिएंटेड कोर्स व और कार्यों के बारे मे मुख्य अथिति को अवगत करवाया। उन्होंने कहा की यह कार्यशाला शिक्षकों के लिये महत्वपूर्ण है। हमे जल्द ही नई शिक्षा निति के तहत कार्य करना है इसलिये हमें आवश्यकता है हम नई शिक्षा निति के बारे मे जाने जिससे हम अपने विद्यार्थियों को भी इसकी जानकारी दे सकें और कुलसचिव ने अपने सम्बोधन मे यह भी कहा की हमारा विश्वविद्यालय स्किल्लिंग की तरफ कार्य कर रहा है हमारे विभाग बच्चों को थेओत्रिक्ल के साथ प्रक्टिकल शिक्षा भी दे रहे है जो उन्हें आगे बड़ने मे भी मदद करेगी उन्होंने कहा की हमने एम् ओ यु भी साईंन किये है जो भविष्य मे विश्वविधालय को नई दिशा मे ले जाने का काम करेंगे हम विश्वविद्यालय की उनन्ति के लिये लगातार प्रयास कर रहे हैं