विश्वविद्यालय में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया दसवां स्थापना दिवस

July 24, 2023

चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय ने आज अपनी दसवीं वर्षगांठ मनाई। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आनंद मोहन शरण, उच्चतर शिक्षा हरियाणा पंचकूला रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में एडीसी श्री हरीश कुमार वशिष्ठ जींद, तथा अन्य गणमान्य अतिथियों के रूप में  डॉ० धर्मदेव विद्यार्थी, प्रधानाचार्य डीएवी पब्लिक स्कूल जींद, राजकीय महिला महाविद्यालय जींद की प्राचार्या डॉ वीना बहल तथा  राजकीय महाविद्यालय जींद के प्राचार्य डॉ० सत्यवान रहे।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय में मुख्य गतिविधियों के अंतर्गत हवन, वृक्षारोपण, विश्वविद्यालय में स्थापित स्वतंत्रता सेनानी श्री रणबीर सिंह व् शहीद कैप्टन पवन कुमार की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण और पुष्पांजलि की गई और नतमस्तक हो उनकी कुर्बानी को स्मरण किया गया| मुख्य अतिथि द्वारा तथा युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये|

इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री आनंद मोहन शरण, उच्चतर शिक्षा हरियाणा  द्वारा “ज्ञानोदय पत्रिका”का अनावरण किया गया  “ज्ञानोदय पत्रिका” (2022-23) के मुख्य संपादक डॉ० देवेंद्र सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के सांस्कृतिक और शिक्षात्मक अनुभव के रूप में है, जो विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को विभिन्न अनुभवों से रूबरू कराएगा और इसके माध्यम से छात्रों को विभिन्न विषयों में अपनी रचनात्मकता को प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा, जिससे उनमें लेखन, विचार-विमर्श, और सामाजिक जागरूकता की भावना विकसित होगी।

माननीय कुलपति डॉ० रणपाल सिंह ने मुख्य अतिथि व अन्य विशिष्ट अतिथियों के प्रति आभार व स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत किया और आशा व्यक्त की कि शीघ्र ही यह विश्वविद्यालय राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विश्वविद्यालयों में अग्रणी श्रेणी में शामिल होगा।

उन्होंने बताया कि उनका आगमन इस अवसर को सार्थकता और शोभा प्रदान कर रहा है। उनका प्रेरणादायी व्यक्तित्व विश्वविद्यालय के शिक्षाविदों और युवा वर्ग के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है| इन सफलता की ऊंचाइयों को तभी प्राप्त किया जा सकता है, जब पूरा विश्व विद्यालय परिवार अथक परिश्रम करे, पारस्परिक सहयोग हो और युवा वर्ग के भविष्य को उज्जवल बनाने के सार्थक प्रयत्न हों। उन्होंने कहा कि मेरी कामना है कि इस विश्वविद्यालय से निकला हर युवा अपनी पहचान बनाए और उनका भविष्य उज्जवल हो । उन्होंने आने वाले कुछ समय में विश्वविद्यालय के शिक्षक और गैर शिक्षक स्टाफ की स्थायी भर्तियां होने की संभावना जताई|

प्रोफेसर एस०के० सिन्हा ने विश्वविद्यालय के 10 वर्षों की प्रगति विवरण को मुख्य अतिथि के सम्मुख उजागर करते हुए बताया कि चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों को सर्वोच्च हरियाणा राज्य खेल पुरस्कार भीम अवार्ड से नवाजा जा चुका है। विश्वविद्यालय की एक खिलाड़ी कुमारी साक्षी को इसी वर्ष अर्जुन अवार्ड देकर के माननीय महामहिम राष्ट्रपति ने सम्मानित किया।

विगत 3 खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में चौधरी रणबीर सिंह विद्यालय जींद ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और लगातार खेल के क्षेत्र में हरियाणा के विश्वविद्यालयों  में आगे है। विश्वविद्यालय की टीम ने वर्ष 2022 में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम बेंगलुरु में 12 पदक जीते थे जिसके आधार पर वह हरियाणा की तीसरी लीडिंग यूनिवर्सिटी खेल के क्षेत्र में रही और पूरे भारतवर्ष में 1000 दिनों के अंदर मेडल टैली में 14वाँ स्थान प्राप्त किया। यह पूरे विश्वविद्यालय परिवार के लिए गर्व का विषय है।

विश्वविद्यालय के UTDs के 23 स्नातकोत्तर विभागों में दाखिलों की प्रक्रिया पहली बार प्रवेश परीक्षा आयोजित करके की गई है, जो निरंतर चल रही है। इसी कड़ी में स्नातक स्तरीय अंतिम सेमेस्टर (6th semester) की परीक्षा परिणामों को त्वरित घोषित करने वाला हरियाणा के सभी विश्वविद्यालयों में पहला स्थान प्राप्त करने का गौरव भी हमारे विश्वविद्यालय ने हासिल किया है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री आनंद मोहन शरण जी ने विश्वविद्यालय की प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह कुशल नेतृत्व और समर्पण से ही संभव हो पाया है। इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू करने पर भी कुलपति डॉ० रणपाल सिंह को बधाई दी। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा जो सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई उसकी प्रशंसा करते हुए उन्होंने सभी स्टाफ के सदस्यों और विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वह अपनी प्रतिभा को समझें और उसे बढ़ाते हुए राष्ट्र निर्माण में एक आदर्श नागरिक के रूप में अपना योगदान दें।

धन्यवाद प्रस्तावक ज्ञापित करते हुए कुलसचिव प्रोफेसर लवलीन मोहन ने बताया कि वर्ष 2014 में 8  विभागों के साथ विश्वविद्यालय की शुरुआत हुई थी जो वर्तमान समय में बढ़कर 26 विभागों और 53 पाठ्यक्रमों के रूप में शिक्षा, खेल, शोध और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में निरंतर उन्नति की ओर अग्रसर हो रहा है।

इस अवसर पर मंच का संचालन सुश्री पल्लवी सहायक प्राध्यापिका अंग्रेजी विभाग द्वारा किया गया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षक, गैर शिक्षक स्टाफ और विद्यार्थी मोजूद रहे|