2 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय महिला महोत्सव का समापन एवं पारितोषिक समारोह का आयोजन

March 1, 2023

चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद के सभागार,  में आज 2 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय महिला महोत्सव का समापन एवं पारितोषिक समारोह का आयोजन हुआ।

समारोह की मुख्या अतिथि आदरणीया डा. मंजु  कादयान   जी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जींद व विशिष्ट अतिथि माननीय सुनीता तोमर जी शिक्षिका , राजकीय विद्यालय, किनाना, श्रीमती मनीषा रंधावा, चेयरपर्सन जिला परिषद जींद, व डा.अनुराधा सैनी, चेयरपर्सन, नगर परिषद रहीं।

इस अवसर पर कार्यक्रम की मुख्या अतिथि डा. मंजू कादयान जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि आप चाहें किसी भी क्षेत्र में जाएं, आप सभी जगह अपने करियर में आगे बढ़ सकती हैं। शिक्षा एक बहुत बड़ा माध्यम है। लड़कियां शिक्षा के माध्यम से परिवार में अहम योगदान अदा करती हैं। वे समान अवसर पाकर अच्छा मुकाम हासिल कर सकती हैं। लड़की भी वृद्धावस्था में अपना योगदान दे सकती हैं।

कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि सुश्री सुनिता तोमर जी ने अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने बताया कि मैं काफी ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों को पढ़ाती हूं। वहां लड़कियों के साथ भेदभाव होता है।  जहां परिवारों में देखा गया है कि, सिर्फ चपाती बनाना ही उनका कार्य समझा जाता है या पारिवारिक कारणों से कम उम्र में उनकी शादी कर दी जाती है। उनको टेकन फोर ग्रांटेड लिया जाता है। शायद ही कोई दिन गुजरता होगा जब कोई रेप केस नहीं देखा गया हो। उन्हें आर्थिक, शैक्षिक तौर पर सक्षम, आत्मनिर्भर व बहादुर बनना होगा। दुनिया को दिखाने व खुद को साबित करने का कठोर इच्छाशक्ति उनको जज्बा बनाना होगा। अब सरकार द्वारा कौशल आधारित पाठ्यक्रम शुरू कर दिए हैं। हमें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनना होगा। हमें हर दिन वुमन डे मनाने की जरूरत है।

सुश्री मनीषा रंधावा, चेयरमैन, जिला परिषद जींद ने कहा कि महिलाओं को अपने आपको जागरूक करना होगा। वे पुरुषों से बेहतर कर सकती हैं।

अनुराधा सैनी,चेयरपर्सन, नगर पार्षद, जींद ने कहा कि आज विश्व विद्यालय के प्रांगण में अंतर राष्ट्रीय, महिला दिवस का आयोजन किया गया है। हमें खुद को ऐसा बनाना होगा कि सामने वाले को इतना मजबूर कर दो कि वह कुछ गलत करने से पहले खुद आपको देख कर ही डर जाए। आज महिलाएं कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं । आज हर क्षेत्र में महिलाएं अपनी अहम भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि वुमेन्स डे 8 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है। हर दिन क्यों नहीं? महिलाएं जहां भी जाना चाहती हैं वे मेहनत, लगन व सच्चाई से आगे बढ़ेंगी तो वो ऐसे ही अपना नाम कमाएंगी। एक महिला का शिक्षित होना बहुत जरूरी है।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय कुलसचिव महोदया प्रो. लवलीन मोहन जी ने सभी का स्वागत एवं अभिनंदन किया  और कहा कि इस प्रकार के आयोजन महिलाओं को सशक्त व स्वावलंबी बनाते हैं, उन्होंने इस दो दिवसीय महोत्सव में सभी को प्रतिभागिता के लिए शुभकामनाएं व बधाई दी और बताया कि कल हमें 95 वर्षीय भगवानी देवी जी, अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी का आशीर्वाद मिला। उन्होंने शुभाकांक्षाओं के साथ सभी का धन्यवाद किया।

फिजिक्स विभाग की प्राध्यापिका व कार्यक्रम संयोजिका डा. निशा द्योपा ने बताया कि इन दो दिनों में 400 बच्चों, प्राध्यापिकागण व नॉन टीचिंग अधिकारियों की प्रतिभागिता रही। उन्होंने कार्यक्रम की रूपरेखा, प्रतियोगिताओं, सभी निर्णायक मंडल, कोऑर्डिनेटर आदि के बारे में सभी को अवगत करवाया।

कार्यक्रम के निदेशक व शैक्षणिक अधिष्ठाता प्रो. एस के सिन्हा जी ने समापन समारोह में सभी आगंतुक मेहमानों का व मातृशक्ति का सादर स्वागत व अभिनंदन किया, और बताया कि इन दो दिनों में हमारे इस कार्यक्रम का आयोजन का आपने लाभ उठाया होगा। इस कार्यक्रम को हर वर्ष हम मनाते आए हैं। इन दो दिनों में सबने खुद को रिफ्रेश किया है। इन दो दिनों में आगे बढ़ने की हम कोशिश कर रहे हैं।

इस महोत्सव के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।  जिनमें एथनिक फैशन शो, रंगोली, फीमेल मास्टर शेफ, मेक-अप, लेमन रेस, मटका रेस, मेहंदी लगाओ  व वाद-विवाद भाषण  प्रतियोगिताएं आयोजित की गई है ।

जिसमें ऋतु, डा. मीनाक्षी व तमन्ना ने एथनिक फैशन शो, डा. हिमांशु, सुमन, मनीषा ने रंगोली, चारुल ने फीमेल मास्टर शेफ, डा. सुमिता आशरी, सीमा दहिया, ज्योति ने लेमन रेस, डा. प्रीती , मनीषा व मिश्री ने मटका रेस, मिस प्रियंका, सुनीता, अर्चना ने मेहंदी लगाओ पलक ने मेक अप व कुसुम ने वाद-विवाद भाषण प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार हासिल किया।

डॉ चेतना द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया। इस महोत्सव में यूनिवर्सिटी व संबंधित कॉलेजों के महिला विद्यार्थियों, टीचिंग, नॉन टीचिंग स्टाफ ने प्रतिभाग

लिया।