74 वाँ गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण विश्वविद्यालय कुलसचिव प्रोफेसर लवलीन मोहन द्वारा किया गया

January 27, 2023

चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद में 74वाँ गणतंत्र दिवस विश्वविद्यालय प्रांगण में मनाया गया।

गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण विश्वविद्यालय कुलसचिव प्रोफेसर लवलीन मोहन द्वारा किया गया और स्वर्गीय चौधरी रणबीर सिंह एवं शहीद कैप्टन खटकड़ की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके वीरों को श्रद्धांजलि देते हुए विश्वविद्यालय कुलसचिव प्रोफेसर लवलीन मोहन जी ने कहा कि गणतंत्र दिवस भारत के इतिहास का स्वर्णिम दिन है। इस दिन भारत एक लोकतांत्रिक और संवैधानिक राष्ट्र बन गया था। उन्होंने कहा कि आज का दिन भारत के वीर सपूतों और देश की रक्षा करने के लिए खुद को समर्पित करने वाले भारत के वीर शहीदों का स्मरण करवाता है उन्होंने कहा कि हमें वीरों के बलिदान को नहीं भूलना चाहिए, हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के कारण ही आज हम स्वतंत्रतापूर्वक अपना जीवन निर्वाह कर कर रहे हैं। आज भारत देश एक विश्व गुरु ही नहीं एक विश्व शक्ति बन चुका है जो हर क्षेत्र में खुद को स्थापित करने के लिए तत्पर है।

गणतंत्र दिवस के इस पवन अवसर पर संगीत विभाग की प्राध्यापिका डॉ. भावना,डॉ. कृष्ण कुमार और डॉ. कविता ने देशभक्ति गीतों की मनमोहक प्रस्तुति दी और इस संगीतमय माहौल से सभी को लाभान्वित किया। विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक,गैर शिक्षक कर्मचारी और विद्यार्थियों ने उनके साथ गुनगुनाते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद लिया। इस अवसर पर डीन एकेडमिक अफेयर प्रोफेसर एस. के. सिन्हा ने सभी को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि भारत वर्तमान समय में किसी से पीछे नहीं है और एक विश्व शक्ति के रूप में उभर कर सामने आ रहा है यह सब देश की रक्षा करने के लिए शहीद हुए वीरों की देन है जो आज हम इस अवस्था में हैं। युवाओं को देश सेवा के लिए आगे आना चाहिए और देश सेवा के बारे में सोचना चाहिए तथा वीर सपूतों और शहीदों से प्रेरणा लेनी चाहिए उन्होंने कहा कि हमें अपने संविधान का पालन करना चाहिए और उसके बनाए गए नियमों को ध्यान में रखकर पर अमल करना चाहिए। डीएसडब्ल्यू डॉ. जसबीर सूरा ने कहा कि भारत एक वीरों का देश है और हमें अपने वीर सपूतों को और उनके बलिदान को हमेशा याद करना चाहिए और देश सेवा के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए।

इस मौके पर विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक और गैर शिक्षक कर्मचारी व विद्यार्थी मौजूद रहे।